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मंगलवार, 2 जुलाई 2024

NEET विवाद के अंदर की कहानी

 NEET विवाद के अंदर की कहानी


कहने को डॉक्टर को भगवन के समकक्ष स्थान मिला हैं हमारे समाज में और मिले भी क्यों नहीं जीवन देने वाला सच में भगवान ही होता हैं। 

     इस पवित्र पेशे को भी दूषित कर दिया हैं इस लालची इंसान ने । 24  लाख छात्र /छात्राएं और उनके परिवार इस मानव सेवा क्षेत्र को होने जीवन का आधार बनाने का सपना देख रहे थे और इसके लिए 2 से 3 साल से निरंतर अपनी कठिन तैयारी कर रहे थे और चंद लोगो ने इन करोड़ो लोगो के सपनो को चकना चूर कर दिया।  

    और सारा सिस्टम इन लोगो को बचाने में में लगा हैं। न्यायपालिका और कार्यपालिका सहित सारा सरकारी तंत्र कैसे भी कर इस मामले को रफा दफा करने की कोशिश में लगा हुआ हैं।  एक आतंकवादी के लिए भारतीय सुप्रीम कोर्ट के दरवाजे रात्रि को खुल सकते हैं।  राजनितिक से जुडी हुई कोई हस्ती हो तो रोजाना सुनवाई हो सकती हैं।  लेकिन एक स्वस्थ समाज का आधार होता हाँ डॉक्टर उनके जीवन के इस कठिन समय में देश के 1.25  करोड़ लोगो की भावनाओ से खेल रहे हैं। 2023 में जिन छात्र/ छात्राओं ने 620 प्लस का स्कोर किया था उनकी रैंक जंहा 14 से 15 हजार के आस पास थी और वो इस स्कोर पर भारत के किसी ना किसी मेडिकल कॉलेज में दाखिला लेकर अपने सपनो के पंख लगा रहे थे।  वंही पर 2024  में यह छात्र 56 हजार से अधिक की रैंक पाकर भी दाखिले से वंचित रह जायेंगे। इतनी बड़ी धांधली कुछ एग्जाम सेंटर से संभव नहीं हैं।  इसमें यह साफ़ दिखाई दे रहा है की इसमें NTA के अधिकारियो की मिली भगत है. पैसे के लेनदेन से OMR सीट्स में झमेला हुआ हैं।  और यह बात री- NEET के रिजल्ट्स से साबित हो चुकी हैं जिसमे किसी एक बच्चे ने भी 720 में से 720 का स्कोर नहीं किया। यह पूरी  गफलत 600 प्लस स्कोर करने वाले छात्रों के साथ हुई हैं जिसमे बडी संख्या में सांठ गाँठ से मेहनत और सक्षम छात्रों के साथ धोखा हुआ हैं। निश्चित ही भारतीय न्यापालिका को इस 600 प्लस स्कोर करने वाले 70 से 80 हजार छात्रों की OMR सीट में जो गफलत हुई हैं उसमे झांकना चाहिए।  CBI इस केस में अपनी छानबीन करके SC में रिपोर्ट पेश करेगी। लेकिन OMR  सीट्स में बदलाव या बाद में आंसर ऐड जैसे कार्य बिना NTA के सहयोग से संभव नहीं हैं।  इन्साफ की आशा छोड़ चुके अभिभावक निराश भाव से ८ जुलाई के सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई की  तरफ टकटकी लगाए देख  रहे हैं।  

यह सत्य है की भारत देश में  भ्र्स्ताचार आम बात हैं।  यह कहावत  सत्य हैं की भारत में उतने ही लोग ईमानदार हैं  जिनको ऊपर की कमाई के मौके नहीं मिलते। जो बच्चे अपना जीवन शुरू करने के लिए इतनी जीतोड़ मेहनत करते हैं और ऐसे माहौल का शिकार हो जाते हैं इनसे देश और जनता के प्रति ईमानदारी की आशा करना बेईमानी होगी। पहले केवल पुलिस रिश्वत के लिए बदनाम होती थी आज प्रतेक सरकारी  अधिकारी /नेता सब खुले में जनता का शोषण कर रहे हैं ,और हम दुनिया में भारत के लोकतंत्र का डंका बज रहा है  बोल कर खुश हो रहे है। 

इस समाज को नहीं भूलना चाहिए की कल ऐसे डॉक्टर निकल कर हॉस्पिटल्स में पहुंचेगे जिनके यंहा से आप अपनों की लाश हाथो से उठाकर निकलोगे।   

       क्योंकि भ्रष्टाचार से बनी इमारते अक्षर ढह जाती हैं।  मेरा लेख हो सकता हैं कड़वा हो लेकिन यह वास्तविकता हैं भारत में मेहनतकस लोगो साथ कभी इन्साफ की आशा नहीं की जानी चाहिए।  क्योंकि वर्तमान में अधिकांश राजनैतिक नेता भ्रष्ट, IAS , IPS ,IFS से लेकर पटवारी और ग्राम सेवक तक भ्रष्टाचार फैला हुआ हैं।  एक कोर्ट कुछ निर्णय देता हैं दूसरा उसे बदल देता हैं। सब जगह भ्रष्टाचार व्याप्त हैं।   

रविवार, 30 जून 2024

भारत बना वर्ल्ड चैंपियन-क्रिकेट अनिश्चिताओं का खेल हैं सच हुआ

 भारत ने रचा इतिहास -राहुल द्रविड़ के साथ रोहित शर्मा और विराट कोहली की भी T 20 क्रिकेट से बाय बाय 

T20 WC champion 2024
        बारबाडोस, वेस्टइंडीज में कल ICC T20  WC में भारत ने दक्षिणी अफ्रीका के मुँह से जीत छीन ली और फिर से क्रिकेट में अपनीह बादशाह कायम करली।
क्रिकेट  का खेल अनिश्चिताओं से  भरपूर होता हैं।  कल के मैच में सूर्यकुमार का अविश्नमणीय कैच ने यह सिद्ध कर दिया की आवश्यकता पड़ने पर हनुमान जी कैच लपकने सूर्यकुमार के रूप में आ सकते हैं।  यह 150  करोड़ लोगों के विश्वास का ही नतीजा था की 16 ओवर तक 176 का स्कोर बोना साबित होता दिख रहा था  टीम के माथे पर पसीना साफ़ दिखाई दे रहा था। क्रिकेट अनिश्चिताओं का खेल हैं। 

       सच हुआ अक्षर पटेल की 6  बाल पर 24 रन बटोर कर हेनरिक क्लासेन ने मैच को दक्षिणी अफ्रीका के द्वार पर ट्रॉफी रख दी थी।  और अंतिम 24 बॉल पर केवल 26 रन की आवश्यकता थी।  तभी हार्दिक पांड्या के हाथो में गेंद देकर जानो इंडियन कप्तान रोहित शर्मा किसी चमत्कार का इंतजार कर रहे थे और पांड्या की पहली फुलटॉस बॉल पर सूर्यकुमार हनुमान जी बन कर विश्व क्रिकेट इतिहास का सबसे बेहतरीन कैच पकड़ कर मानो कह रहा हो की ट्रॉफी इतनी आसानी से नहीं जितने देंगे । और अंतिम पलों में बुमराह और हार्दिक पांड्या के साथ सूर्यकुमार ने इस बेहद रोमांच से भरा मैच भारत की झोली में डाल दिया और 11 वर्ष  बाद ICC T 20 वर्ल्ड चैंपियन का ताज सर सजाया।

        विराट कोहली का बल्ला मानो अमरीका की पिचों पर खेलना भूल गया हो इसी पल के लिए  खामोश था।   बेहतरीन मोके पर 59  पर 76 रन की पारी खेल कर यह सिद्ध दिया की विराट कोहली अपने नाम के स्वरूप ही क्रिकेट से प्यार करते हैं। 

        बारबाडोस वेस्टइंडीज में कल ICC T20  WC में भारत ने दक्षिणी अफ्रीका के मुँह से जीत छीन ली और फिर से क्रिकेट में अपनीह बादशाह कायम करली।
क्रिकेट  का खेल अनिश्चिताओं से  भरपूर होता हैं।  कल के मैच में सूर्यकुमार का अविश्नमणीय कैच ने यह सिद्ध कर दिया की आवश्यकता पड़ने पर हनुमान जी कैच लपकने सूर्यकुमार के रूप में आ सकते हैं।  यह 150  करोड़ लोगों के विश्वास का ही नतीजा था की 16 ओवर तक 176 का स्कोर बोना साबित होता दिख रहा था  टीम के माथे पर पसीना साफ़ दिखाई दे रहा था। क्रिकेट अनिश्चिताओं का खेल हैं यह सच हुआ अक्षर पटेल की 6  बाल पर 24 रन बटोर कर हेनरिक क्लासेन ने मैच को दक्षिणी अफ्रीका के द्वार पर ट्रॉफी रख दी थी।  और अंतिम 24 बॉल पर केवल 26 रन की आवश्यकता थी।  

        तभी हार्दिक पांड्या के हाथो में गेंद देकर जानो इंडियन कप्तान रोहित शर्मा किसी चमत्कार का इंतजार कर रहे थे और पांड्या की पहली फुलटॉस बॉल पर सूर्यकुमार हनुमान जी बन कर विश्व क्रिकेट इतिहास का सबसे का सबसे बेहतरीन कैच पकड़ कर मानो कह रहा हो की ट्रॉफी जितना इतना आसान हैं। और अंतिम पलों में बुमराह और हार्दिक पांड्या के साथ सूर्यकुमार ने इस बेहद रोमांच से भरा मैच भारत की झोली में दाल दिया और 11 वर्ष  बाद ICC T 20 वर्ल्ड चैंपियन का ताज सर सजाया।

         विराट कोहली का बल्ला मानो अमरीका की पिचों पर खेलना भूल गया हो इसी पल  खामोश था।   बेहतरीन मोके पर 59  पर 76 रन की पारी खेल कर यह सिद्ध दिया की विराट कोहली अपने नाम के स्वरूप ही क्रिकेट से प्यार करते हैं। 

         कोच राहुल द्रविड़ की विदाई भी विश्व विजेता कप के साथ हुई और साथ में विराट कोहली और रोहित शर्मा ने भी इस पल T20 फॉर्मेट से संन्यास की घोसणा कर दी। दोनों ही खिलाङी ने आने वाले यंग पीढ़ी के लिए अवसर प्रदान कर अपना सम्मान क्रिकेट की दुनिया में हमेशा के दर्ज करा दिया। दोनों ही खिलाड़ी  बेहतरीन प्रदर्शन के लिए  सदैव याद किया जायेगा. 

         अनुष्का शर्मा का फाइनल मैच में ग्राउंड पर नहीं होना क्या कोहली के लिए लकी साबित हुआ। 

        इस वर्ल्ड कप में अधिकांश खिलाडियों की पत्नियां साथ में थी।  लेकिन फाइनल से पहले सबसे अधिक चर्चा में थी विराट  की पत्नी अनुष्का शर्मा।  जिसको लगातार विराट के प्रदर्शन के अशुभ माना जा रहा था।  और फाइनल में अनुष्का ग्राउंड पर नहीं  आई और विराट का बल्ला शुरुवात से आग उगलना शुरू कर दिया। और 59 बॉल्स में 76  रन बनाकर टीम को 176  के स्कोर तक पहुँचाया।

गुरुवार, 25 अप्रैल 2024

चुंबकयुक्त उत्पादों के प्रयोग मात्र से गहन बीमारीयां छुमंतर


केवल सोने पानी पीने और हाथ की कलाई पर मैग्नेटिक ब्रासलेट पहनने से रोगों से चमत्कारी मुक्ति की सचाई 
Magnetic Products

         चुम्बकीय चिकित्सा हर आयु के नर-नारियों के लिए गुणकारी है। आज के समय में चुम्बकों के माध्यम से इलाज इतना सीधा-सादा है कि यह किसी भी समय, किसी भी स्थान पर और शरीर के किसी भी अंग पर आजमाया जा सकता है। पुरुष हो या स्त्री, जवान हो या बूढ़ा, सभी इससे लाभान्वित हो सकते हैं। 

             क्योंकि आधुनिकता के समय में चुम्बक से बने हुए मेट्रेस ,ब्लड प्रेशर का सही बनाये रखने के लिए रिस्ट बैंड ,नैक बैंड ,वाटर बॉटल कवर ,कार सीट कवर इत्यादि उत्पाद बाजार में उपलब्ध हैं।  इनमें उपस्थित चुम्बक के प्रभाव से  रक्तसंचार सुधरता है कुछ समय तक चुम्बक लगातार शरीर के संपर्क में रहे तो शरीर में गर्मी उत्पन्न होती है, उसकी सारी क्रियाएँ सुधर जाती हैं और रक्तसंचार बढ़ जाता है। इस कारण सारे शरीर को शक्ति मिलती है, रोग दूर होने में सहायता मिलती है, थकावट और दुर्बलता दूर होती है, जिससे रोगी शीघ्र स्वास्थ्य लाभ करता है और शरीर के प्रत्येक अंग की पीड़ा और सूजन भी दूर हो जाती है। कुछ मामलों में लाभ बड़ी तेजी से यह पद्धति इतनी शक्तिशाली है और इसका प्रभाव इतनी तेजी से पड़ता है कि कई बार एक ही बार में चुम्बकयुक्त उत्पाद काम में लेने से रोग को सदा के लिए समाप्त करने के लिए काफी होता है। कई मामलों में इसके नियमित काम में लेने की आवश्यकता ही नहीं  पड़ती । जैसे कि दाँत की पीड़ा और मोच आदि में। पहले से तैयारी जरूरी नहीं एक ही चुम्बक का अनेक व्यक्ति उपयोग कर सकते हैं।  इसकी लत नहीं पड़ती चुम्बक के उपचार की आदत नहीं पड़ती और उसका उपयोग अचानक बंद कर दिया जाए तो भी कोई मुश्किल खड़ी नहीं होती। 

             चुम्बक शरीर से पीड़ा को खींच लेता है प्रत्येक रोग में कोई न कोई पीड़ा अवश्य होती है। पीड़ा चाहे किसी कारण से हो, चुम्बक में उसे घटाने, बल्कि समाप्त तक करने का गुण है। उसकी सहायता से शरीर की सारी क्रियाएं सामान्य हो जाती हैं। इसी कारण सभी रोगों पर चुम्बकों का प्रभाव पड़ता है, पीड़ा दूर हो जाती है और शरीर की क्रियाओं के विकार ठीक हो जाते हैं।


2014 में किए गए एक अन्य अध्ययन से पता चला कि चुंबकीय क्षेत्र के संपर्क में आने वाले शुक्राणु अधिक टिकाऊ होते हैं। 

FAQs - नियोडिमियम मैग्नेट का मानव जीवन में चिकित्सा में कैसे काम आता हैं ? 

        इस समीक्षा में दुर्लभ पृथ्वी चुम्बकों के इतिहास, परिभाषा और गुणों को संक्षेप में समझाया गया। इसके अतिरिक्त, अब तक किए गए अध्ययनों से मोटे तौर पर जांचे गए परिणामों के आधार पर, हमने निष्कर्ष निकाला कि शरीर प्रणालियों, ऊतकों, अंगों, रोगों और उपचारों पर चुंबक, विशेष रूप से नियोडिमियम चुंबक का प्रभाव पड़ता है।

पुरुष हो या स्त्री, जवान हो या बूढ़ा, सभी इससे लाभान्वित हो सकते हैं। चुम्बकत्व से रक्तसंचार सुधरता है कुछ समय तक चुम्बक लगातार शरीर के संपर्क में रहे तो शरीर में गर्मी उत्पन्न होती है, उसकी सारी क्रियाएँ सुधर जाती हैं और रक्तसंचार बढ़ जाता है।


नियोडिमियम मैग्नेट हर 100 वर्षों में केवल अपना लगभग 5% चुंबकत्व शक्ति  खो देते हैं 


FAQs -मैग्नेट दर्द को दूर करने के लिए कैसे काम करते हैं?

       एक अन्य सिद्धांत से पता चलता है कि चुंबकीय क्षेत्र त्वचा और चमड़े के नीचे और मांसपेशियों के ऊतकों के माध्यम से रक्त के प्रवाह में वृद्धि को बढ़ावा देता है , जिससे दर्द कम हो जाता है।


FAQs -क्या मैग्नेट दिमाग को नुकसान पहुंचा सकता है?

          अधिकांश समय नहीं. सावधानी से संभालने पर एक मजबूत चुंबकीय क्षेत्र मानव शरीर को कोई नुकसान नहीं पहुंचाता है । ब्रिटिश प्री-स्टैंडर्ड संख्या 50166-1 के अनुसार, यदि चुंबकीय क्षेत्र का स्तर 3000 गॉस से नीचे है [1] तो दैनिक सफाई और रखरखाव में मानव शरीर के लिए कोई स्वास्थ्य जोखिम नहीं है।


Important -निओडिमियम चुम्बक बाजार में उपलब्ध चुम्बकों में सबसे शक्तिशाली चुम्बक हैं।

मंगलवार, 23 अप्रैल 2024

जयपुर गुलमोहर गार्डन मे कार्पेंटर की धोखाधड़ी।

 पढ़े लिखे लोग भी बन रहे हैं ठगी का शिकार  

Gulmohar Garden Jaipur
           

           जयपुर मे आशियाना बिल्डर की सोसाइटी गुलमोहर गार्डन जो वाटिका मे हैं। यंहा पर राजस्थान के बाहर  दिल्ली, हरियाणा, उत्तरप्रदेश, बिहार, मध्यपादेश, गुजरात, मुंबई, बंगाल और कर्नाटक से भी लोग रहते हैं। और भारत की मिलीजुली संस्कृति का रूप हैं गुलमोहर गार्डन।  इन दिनों यंहा पर एक अलग प्रकार की ठगी का शिकार हो रहे हैं यंहा पर घर खरीदने वाले लोग। आज की   भागदोड़ जिंदगी मे लोग यंहा पर अच्छी सुख सुविधाओ के साथ बिल्डर की ख्याति के अनुसार घर खरीदते हैं। और फिर ये लोग समय के अभाव मे या जानकारी की कमी से अन्य लोगो के दिशा निर्देश मे घर मे फर्नीचर और इंटीरियर का काम करवाने के लिए  इन ठगो के चक्कर मे आते हैं। जो इन्हे कुछ अच्छे विला या फ्लैटेस् का काम दिखा कर कार्य हाथ मे ले लेते हैं। और पैसा एडवांस लेकर कार्य को प्रारंभ कर देते हैं। फिर धीर धीरे करके पुरा पैसा ले लेते हैं। और कार्य को धीमा करते करते अधूरा छोड़ कर कार्य अपूर्ण अवस्था मे छोड़ कर निकल लेते हैं। 

          इस प्रकार के कार्य की जानकारी अभी सार्वजनिक तौर पर सामने आई तो इस तरह की ठगी के शिकार बहुत से लोग सामने आये हैं। जिन्होंने एक विकास कांवट एंड नीलू कांवट नाम की दम्पति  जिनकी फर्म का नाम हर्षिता क्रिएशन्स हैं के खिलाफ RWA को अपनी कम्प्लेन दर्ज कराई  हैं। इस फर्म के खिलाफ एयरफोर्स से रिटायर श्री शेर सिंह जी ने भी पुलिस कंप्लेन दर्ज कराई थी।  

कार्य का क्वोटेशन पत्र 

          लेकिन लोगो की व्यस्थता का फायदा उठाने में माहिर यह व्यक्ति आदतन लोगों को परेशान कर पैसे लेकर कार्य नहीं करके ठगी कर रहा हैं।  विला नंबर M -111,110,168 & 169  से श्रीमान सौरभ जी एंड प्रियंका जी ,नसीब,विवेक रस्तोगी ने इस प्रकार की शिकायत की हैं।  अब देखने वाली बात यह हैं की RWA इसके स्थायी   समाधान  पर काम करती हैं या लीपापोती करके इसे रफा दफा करती हैं। 

सोमवार, 22 अप्रैल 2024

में बेरोजगार हूँ।

लाखों रोजगार हैं इस क्षेत्र में 

E Biotorium

देश में जब से भारत सरकार ने नेटवर्किंग व्यवसाय को वैधानिक  दर्जा दिया गया हैं। इस क्षेत्र में  रोजगार की अपार संभावनाएं जागृत हुई हैं। आवश्यकता हैं लोगों को मानसिक संकीर्णता  से बाहर आने की।

    वर्तमान दौर में भारत पूरी दुनिया में इकलौता देश हैं जिसकी जीडीपी में बढ़ोतरी हैं और शिक्षा,स्वास्थ,एक्सपोर्ट,महिला शसक्तीकरण से लेकर किसान की आय दुगनी,राष्ट्रीय सुरक्षा और तकनीकी के क्षेत्र में डिजिटलाइजेशन,बैंकिंग,टूरिज्म,खेल के क्षेत्र में अच्छे कार्य हो रहे हैं ,चिकिस्ता शिक्षा में ढाँचागत बदलाव,रेलवे का विधुतीकरण के साथ रेलवे का आधुनिकरण अनगिनत रोजगार सर्जन के प्रयास किये जा रहे हैं.

       लेकिन वर्तमान पीढ़ी के सामने फिर भी सबसे बड़ी चिंता हैं रोजगार जिसके दो  बड़े कारण हैं । अकुशल शिक्षा प्रणाली जो दो तिहाई युवा को  शिक्षित तो जरूर करती हैं लेकिन युवाओ को अपना जीवन जीने के लिए कोई कार्य करने की गारंटी नहीं देती। क्योंकि भारत में अब भी स्किल आधारित शिक्षा का अभाव हैं।  और यदि स्किल भी हो तो भारत की इतनी बड़ी जनसंख्या के लिए अवसर उपलब्ध कराना बहुत ही मुश्किल कार्य हैं। 

       और अब पारम्परिक व्यवसाय में भी नई टेक्नॉलाजी के आने के बाद आय के स्रोत घटते जा रहे हैं। सरकारी नौकरी दिन प्रतिदिन कम होती जा रही हैं। प्राइवेट जॉब में कोल्हू का बैल बनके अपने जीवन को बॉस की जी हुजूरी में पारिवारिक और सामाजिक जीवन का पूर्णतय त्याग करना पड़ता हैं।। कुछ व्यवसायिक प्रशिक्षण/शिक्षा लेकर जॉब मिल भी जाता हैं तो जैसे तैसे जीवन आगे बड़ता हैं तो आवश्यकताओं का दायरा जिस गति से बड़ता हैं उससे सैलरी कम पड़ती नजर आने लगती हैं तब व्यक्ति अन्य आय के स्रोतों पर सोचने को विवश होता हैं. 

        बहुत से लोग अपनी कठिन मेहनत कि बचत को शेयर मार्केट जैसी जगह लगा कर बर्बाद हो जाते हैं । या बचत को किसी यार दोस्त के साथ व्यवसाय में साझेदारी के चक्कर में लूटा चुके होते हैं।  सारांश निकलता हैं ढाक के दो पात । सरकारी कर्मचारी अपनी आवश्यकताओं के लिए लिए सैलरी के साथ रिश्वत लेना शुरू कर देता हैं। और समाज में यह रिश्वत एक विकृति के तौर पर देखि जाती हैं। 

         इन्हीं सब बिंदुओं को समाधान हैं डॉक्टर सागर जोशी जो पिछले लंबे समय से बेरोजगारी और बीमारी के समाधान के लिए स्वास्थ के क्षेत्र में चुंबकीय चिकित्सा पद्धति पर कार्यरत हैं। और भारत जैसे देश में 20 लाख लोगो को रोगों से मुक्ति दिलाने का कार्य किया हैं तो साथ ने हजारों लोगों को रोजगार दिया हैं। और आज e-बिओटोरियम की टीम इतना उत्साहित हैं कि आने वाले समय में भारत की सबसे बड़ी रोजगार देने वाली कंपनी कि और अग्रसर हैं।

यदि आप के सामने ये प्रश्न खड़े हैं.


*मेरे पास पैसा नहीं है तो मैं क्या करूं?
*ऐसा कौन सा काम करें जिससे पैसा आए?
*मेरे पास हमेशा पैसा क्यों नहीं होता है?
*तुरंत पैसा पाने के लिए क्या करें?
*12 महीने चलने वाला बिजनेस कौन सा है?
*में क्या करू जिससे जीवन के लिए दो पैसे कमा सकु ?
*मुझे तो कुछ ज्यादा आता ही नहीं हैं।
*मुझे कोन सहायता करेगा?
*मेरा व्यवसाय मेरी आवश्यकताओं की पूर्ति करने में सक्षम नहीं हैं।
*मेरी सैलरी से मेरा काम नहीं चल रहा हैं।
*यदि ऐसे ही चला तो मेरे और परिवार के सपने धरे के धरे रह जाएंगे।
*मै अधिक पैसा कैसे कमा सकता हूं।
*क्या में भी महीने के लाखों रुपए कमा सकता हूं।
*क्या में भी अपना घर/गाड़ी खरीद सकता हूं।
*क्या मेरे भी जीवन में विदेश यात्रा का योग हो सकता हैं।।

इन सभी सवालों का जवाब हैं  हां यह सब संभव हैं। E-Biotorium  परिवार के साथ।
जिसके साथ आप सीख सकते हो,काम कर सकते हो, प्रतिदिन कमा सकते हो।  कितना कमा सकता हु , जितनी आपकी आवश्यकता हैं। हर कार्य में एक बात कॉमन हैं कर्म प्रधान हैं। और यंहा पर भी नियमित लगन और मेहनत के साथ ईमानदारी से काम करके आप भी हर दिन हजारों रुपए कमा सकते हो। कैसे यह जानने के लिए आपको वॉट्सएप @9521588188 पर अपना नाम/पता/शहर का नाम भेजना होगा। हम आपको वो प्लेटफॉर्म देंगे जिसमे आप इच्छित परिणाम प्राप्त कर सकते हो और साथ में भारत को स्वास्थ के क्षेत्र में सुदृढ़ करने जैसा महान कार्य में अपना योगदान देंगे. इसलिए डरिये मत समझिये और अपने जीवन को बदलने वाला निर्णय कीजिये यकीं मानिये जैसे सपने आपने देखे हैं हम सब मिलकर उनको पूरा करेंगे। 




सोमवार, 8 जनवरी 2024

गुलमोहर गार्डन सोसाइटी में अयोध्या से आये अक्षत व आमंत्रण पत्र का वितरण संपन

दिनकर राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ कारकार्ताओ ने 1000 से अधिक घरो में पहुंचाए अक्षत व आमंत्रण पत्र


अक्षत व आमंत्रण पत्र वितरण

अयोध्या में श्रीराम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर १ जनवरी से प्रारम्भ राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ कार्यकर्ताओं व रामभक्त निवासियों  ने घर-घर जाकर पूजित अक्षत का वितरण  किया। साथ ही अलग से विशेष आमंत्रण कार्ड भी निमंत्रण में दिया गया है।

राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ कार्यकर्ताओ ने पहुंचाए 1000 से अधिक घरों में राम निमंत्रण 

संघ कार्यकर्ता

      राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ कार्यकर्ताओ ने 1 से 7 जनवरी तक 1000 से अधिक घरों में व्यक्तीगत रूप से पहुँच कर सभी को भगवान राम के आशीर्वाद स्वरूप अक्षत और निमत्रण पत्र के साथ अयोध्या मंदिर का चित्र और रामलला के बाल्य रूप की फोटो भी भेंट की जो अयोध्या में गर्भ गृह में सत्यापित की जायेगी।  इस अवसर पर लोगो ने संघ कार्यकर्ताओ का भव्य स्वागत किया। और भगवान राम के आशीर्वाद को आने वाली २२ तारीख को भव्य दीपावली मनाने का उत्साह व्यक्त किया। 

भव्य दीपावली मनाने की तैयारी जोरो पर

इस शुभ अवसर पर दीपक खना जी और ओमप्रकाश सैनी जी ने बताया की आने वाली 22 जनवरी को उनकी सोसाइटी में नए साल की प्रथम दीपावली को बहुत ही भव्य तरीके से मनाई जाएगी और राम मंदिर में सुंदरकाण्ड का पाठ होगा और प्रसाद वितरित किया जायेगा।  इस के साथ RWA ने इस दिन विशेष दीपोत्सव और लाइटिंग की प्रतिस्पर्धा रखने का भी प्लान किया हैं।  ताकि इस दिन को ऐतिहासिक बनाया जा सके।  

गुलमोहर गार्डन जयपुर की एक आदर्श सोसाइटी के रूप में जाना जाता हैं।

सोसाइटी के सीनियर सिटिज़न श्री अरविन्द जी पारीक ने बताया की दिनकर RSS क्लब की और से 1000 से अधिक घरो में अक्षत वितरण कर भारत में एक रिकॉर्ड कायम किया हैं।

प्रभात फेरी का नियमित कार्यक्रम 

प्रभात फेरी का दर्श्य

      श्री सुनील सैनी के तत्वाधान में प्रतिदिन प्रभात फेरी भी नियमित २२ तारीख तक रोज सुबह की जा रही हैं और दिन प्रतिदिन इसमें लोगो का उत्साह देखने को बनता हैं। विशेषकर महिलायें इसमें बहुत ही बढ़ चढ़ कर हिस्सा ले रही हैं जो राम धून के साथ इस कड़कड़ाती ठण्ड में मॉर्निंग वाक के साथ लोगो को स्वास्थ के प्रति जागरूकता फ़ैलाने का दिव्य कार्य कर रहे/रही हैं। इस शुभ अवसर पर श्री RP सिंह जी ,शेरसिंह जी,अनुराग शर्मा ,रामावतार जाट सहित अन्य संघ कारकार्ताओ ने सक्रिय भूमिका का निर्वहन किया।


रविवार, 9 जुलाई 2023

हर_हर_महादेव/काँवर/कावड़ यात्रा 2023/कावड़ का इतिहास

हर_हर_महादेव

कावड़ यात्रा 2023 और इतिहास

कावड़ यात्रा भारत में एक प्रमुख धार्मिक त्योहार है जो विशेष रूप से हिंदू धर्म के प्रमुख देवता भगवान शिव के भक्तों द्वारा मनाया जाता है। यह यात्रा मुख्य रूप से श्रावण मास (जुलाई-अगस्त) में होती है, जब शिवरात्रि के दिनों में शिवभक्तों ने जल ले कर अपने घरों से हरिद्वार, गंगोत्री, यमुनोत्री और खड़ग यात्रा में जाने का परंपरागत आयोजन किया है।इस दौरान पूरा माहौलहर_हर_महादेव मय हो जाता हैं।

        कावड़ यात्रा का इतिहास बहुत पुराना है और मान्यताओं के अनुसार इसे त्रेतायुग के समय से ही चलाया जाता रहा है। मान्यताओं के अनुसार, भगवान शिव ने अपने समुद्र मंथन के दौरान अमृत प्राप्त किया था जो उन्हें अमरत्व का वरदान देता है। इस अवसर पर, भगवान शिव के भक्त अमृत को लेकर यात्रा करते हैं,और हर_हर_महादेव के साथ बूम बूम भोले के नारे गूंजते हैं  जिसे हम आज कावड़ यात्रा के रूप में जानते हैं।

       कावड़ यात्रा में श्रद्धालुओं को गंगा जल को एक कावड़ में संग्रह करके शिव मंदिरों में चढ़ाना होता है। यह यात्रा विभिन्न रूपों में की जा सकती है, जैसे कि काँवड़ यात्रा (पैदल यात्रा), बाइक यात्रा, ट्रेन यात्रा आदि। कई श्रद्धालुओं को भक्ति और त्याग के प्रतीक के रूप में यह यात्रा महत्वपूर्ण होती है।

       इस यात्रा का मुख्य धार्मिक स्थल हरिद्वार, उत्तराखंड है, जहां से श्रावण मास में कावड़ यात्री अपनी यात्रा की शुरुआत करते हैं। उन्हें गंगाजल को लेकर पैदल या अन्य वाहनों का उपयोग करके हरिद्वार से हर महीने बाबा विश्वनाथ मंदिर, काशी (वाराणसी) तक यात्रा करनी होती है।

        कावड़ यात्रा धार्मिक और सामाजिक महत्व की दृष्टि से महत्वपूर्ण है। इसे हज और कुंभ मेले के समान माना जाता है, जो भारतीय धार्मिक परंपराओं में महत्वपूर्ण स्थान रखते हैं। कावड़ यात्रा के दौरान भक्तों की भीड़ बड़ी होती है और उन्हें पुण्य का अनुभव होता है जब वे अपनी भक्ति और विश्वास का प्रदर्शन करते हैं।

कावड़ यात्रा के पवित्र स्थल  

कावड़ यात्रा के दौरान कई पवित्र स्थानों का दौरा किया जाता है। ये स्थान मुख्य रूप से श्रावण मास में शिवभक्तों द्वारा चढ़ाई के लिए पसंद किए जाते हैं। ये हैं कुछ प्रमुख पवित्र स्थल:

  1. हरिद्वार, उत्तराखंड: हरिद्वार भारतीय कावड़ यात्रा की प्रमुख आरंभिक स्थल है। यहां पर्वतीय नदी गंगा बहती है और श्रावण मास में कावड़ यात्रियों को गंगाजल लेने का अवसर प्रदान किया जाता है। हरिद्वार में हर की पौड़ी और माया देवी मंदिर भी महत्वपूर्ण हैं।

  2. गंगोत्री, उत्तराखंड: गंगोत्री भगवान गंगा की जन्मस्थल है और कावड़ यात्रा के माध्यम से पहुंचा जाता है। यह स्थान हिमालयी पर्वतों में स्थित है और भगवान शिव की उपासना का महत्वपूर्ण केंद्र है।

  3. यमुनोत्री, उत्तराखंड: यमुनोत्री भगवान यमुना की उत्पत्ति स्थल है। यह भी हिमालयी पर्वतों में स्थित है और कावड़ यात्रियों द्वारा पूज्य गंगाजल को लेने के लिए पहुंचा जाता है।

  4. खड़ग, हरियाणा: खड़ग हरियाणा राज्य में स्थित है और श्री छड़ानी जयपाल महादेव मंदिर के लिए प्रसिद्ध है। कावड़ यात्रा के दौरान यहां भक्तों द्वारा दर्शन किया जाता है।

  5. केदारनाथ, उत्तराखंड: केदारनाथ हिमालयी पर्वतों में स्थित है और यह चार धामों में से एक है। यहां पर्वतीय भगवान शिव का प्रमुख मंदिर स्थित है और यात्रियों के लिए महत्वपूर्ण है।

ये केवल कुछ प्रमुख पवित्र स्थल हैं, जो कावड़ यात्रा के दौरान भक्तों द्वारा दर्शन किए जाते हैं। इसके अलावा भी कई और स्थान हैं जहां यात्रियों को धार्मिक महत्व होता है और वे वहां चढ़ाई करते हैं।

कावड़ यात्रा में महत्वपूर्ण सामग्री  

कावड़ यात्रा में कुछ महत्वपूर्ण सामग्री होती है, जो यात्रियों के लिए आवश्यक होती है। ये सामग्री यात्रा की सुविधा और सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए महत्वपूर्ण हैं। नीचे दी गई सामग्री कावड़ यात्रा के लिए सामान्यतः जरूरी मानी जाती है:

  1. कावड़ (पालनी): कावड़ यात्रा का प्रमुख प्रतीक है। यात्रियों को एक कावड़ (एक डण्डा जिसमें झूला होता है) लेकर चलना होता है, जिसे पालनी या कावड़ कहा जाता है। इसे यात्रियों को अपने कंधे पर रखकर यात्रा किया जाता है।

  2. कंधारी या झोला: यात्रियों को कावड़ लेकर चलते समय अपनी पीठ पर झोला (कंधारी) लेना चाहिए। इसमें वस्त्र, सामग्री और अन्य आवश्यक चीजें रखी जाती हैं।

  3. गंगाजल: कावड़ यात्रा के दौरान यात्रियों को गंगाजल को लेने के लिए एक या अधिक बोतलें ले जानी चाहिए। यह गंगाजल पूजा के लिए और मंदिरों में चढ़ाई के लिए प्रयोग होता है।

  4. पूजा सामग्री: शिव पूजा के लिए कुछ महत्वपूर्ण पूजा सामग्री जैसे रुद्राक्ष माला, बिल्व पत्र, धूप, दीप, कपूर, सुपारी, इलायची, लौंग, चावल, पूजा के लिए बने लम्बे धागे आदि ले जानी चाहिए।

  5. आहार-विहार सामग्री: यात्रा के दौरान आहार और विहार के लिए कुछ आवश्यक चीजें ले जानी चाहिए, जैसे पानी की बोतलें, खाद्य पदार्थ, फल, निम्बू, दूध, घी, आदि।

  6. पहनावा: यात्रा के लिए उचित पहनावा लेना चाहिए, जैसे ऊँची टोपी, जूते, जूनामी वस्त्र, गमछा, कम्बल, रूमाल, आदि।

  7. औषधि सामग्री: यात्रियों को अपनी स्वास्थ्य सुरक्षा के लिए कुछ आवश्यक औषधि सामग्री ले जानी चाहिए, जैसे एंटीसेप्टिक लोशन, एंटी-एलर्जी दवाएं, पैनडोल, बैंडेज, गैस्ट्रो टेबलेट्स, एंटी-उल्टी दवाएं आदि।

कृपया ध्यान दें कि कावड़ यात्रा के दौरान सामग्री को स्थानीय सूचना, यात्रा की आवश्यकताओं और स्थानीय आदतों के आधार पर तउपयोग करना चाहिए। यात्रा से पहले स्थानीय आदेशों और नियमों को ध्यान से पढ़ें और मानें। सुरक्षा के लिए यात्रा के दौरान सबसे महत्वपूर्ण होता है, इसलिए सुरक्षा नियमों का पालन करें और अपनी यात्रा को सुरक्षित रखें।

कावड़ यात्रा में आवश्यक सावधानिया

कावड़ यात्रा में आपको कुछ महत्वपूर्ण सावधानियों का पालन करना चाहिए ताकि आपकी यात्रा सुरक्षित और समृद्ध हो। नीचे दी गई हैं कुछ सावधानियां:

  1. शारीरिक तैयारी: यात्रा से पहले अपने शारीर की तैयारी करें। ध्यान दें कि आप स्वस्थ हैं और यात्रा के लिए पर्याप्त ताकत और स्थामिति रखते हैं। योग्यता और सामरिक दक्षता की जांच करने के लिए एक चिकित्सा जाँच करवाएं।

  2. सुरक्षा के नियमों का पालन: यात्रा के दौरान स्थानीय सुरक्षा नियमों का पूर्णतः पालन करें। यात्रा के लिए निर्धारित मार्ग पर चलें और गाइडेलाइन्स का पालन करें। अपनी सुरक्षा के लिए सावधानीपूर्वक रहें और अज्ञात क्षेत्रों में न जाएं।

  3. यात्रा के समय की योजना: यात्रा के लिए अपनी योजना बनाएं और समय सारणी का पालन करें। पर्यटन स्थलों के उचित समय पर पहुंचें और लौटने का समय ध्यान में रखें।

  4. पूर्ण सावधानी से चलें: यात्रा के दौरान संयमपूर्वक चलें और अपनी प्रतिष्ठा और सामरिकता को सुरक्षित रखें। खुद को भोजन, पानी और आराम के लिए पर्याप्त समय दें।

  5. पर्याप्त आहार-विहार: यात्रा के दौरान पर्याप्त पानी पिएं और स्वस्थ आहार का सेवन करें। गर्मी के मौसम में ताजगी के फल खाएं और शराबी या तंबाकू का सेवन न करें।

  6. बारिश की सावधानी: बारिश के मौसम में सड़कों पर चलते समय सतर्क रहें। सतह पर नल और गीली मिट्टी से बचें ताकि दुर्घटना न हो।

  7. सामग्री की सुरक्षा: अपनी सामग्री की सुरक्षा के लिए सतर्क रहें। मूल्यवान वस्त्र और धनराशि को सुरक्षित जगह पर रखें।

  8. आपातकालीन स्थिति के लिए तैयार रहें: आपातकालीन स्थिति के लिए तैयार रहें और यात्रा के दौरान अपने मोबाइल फोन, एमएसएम और आपातकालीन संख्याओं का उपयोग करना जानें।

  9. आपसी सहायता: यात्रा के दौरान अपने सहयात्रियों और स्थानीय लोगों के साथ सहयोगपूर्ण और नम्र बनें। यदि आपको किसी परेशानी का सामना करना पड़े, तो सतत्पर रहें और स्थानीय अधिकारियों की मदद लें।

  10. आदर्श आचार व्यवहार: यात्रा के दौरान स्थानीय संस्कृति, परंपराओं और धार्मिक महत्व का सम्मान करें। अन्य यात्रियों के साथ सही तरीके से बर्ताव करें और अपने परिवार को भी संबंधित सावधानियों के बारे में जागरूक करें।

यात्रा के दौरान इन सावधानियों का पालन करने से आप अपनी सुरक्षा और सुखद यात्रा की सुनिश्चित कर सकते हैं। ध्यान दें कि ये सावधानियां आपकी स्थिति, स्थान और स्थानीय नियमों पर भी निर्भर कर सकती हैं, इसलिए स्थानीय निर्देशों का पालन करें और समय-समय पर समाचार और सुरक्षा सलाहकार संस्थानों को ध्यान से सुनें। 

कावड़ यात्रा में व्यवहार  

वैसे तो हर_हर_महादेव और बूम बूम भोले के नारों के बिच इस यात्रा के  दौरान उचित व्यवहार का पालन करना आपके और अन्य यात्रियों की सुरक्षा और सुखद यात्रा के लिए महत्वपूर्ण है। नीचे दी गई हैं कुछ व्यवहारिक संकेत:

  1. स्थानीय संस्कृति का सम्मान करें: कावड़ यात्रा के दौरान स्थानीय संस्कृति, परंपराओं, और आदतों का सम्मान करें। यात्रा के स्थलों पर शांति और सामरिकता का माहौल बनाए रखें।

  2. समय पर चलें: यात्रा के दौरान निर्धारित समय पर पहुंचें और गतिविधियों को नियमित रूप से संपादित करें। दूसरों के साथीयों की सुविधा को ध्यान में रखें और उनके साथीयों के साथ विश्राम और सुखद यात्रा का आनंद लें।

  3. सार्वभौमिकता बनाए रखें: यात्रा के दौरान अन्य यात्रियों के प्रति सार्वभौमिकता और सम्मान बनाए रखें। उनके धर्म, भाषा, और संस्कृति के प्रति समझदारी दिखाएं।

  4. सभ्यता बनाए रखें: अपने आप को सभ्य तरीके से व्यवहार करें और अन्य यात्रियों की सामरिकता को सम्भालें। अनुचित भाषा, अश्लीलता, और विवादापूर्ण व्यवहार से बचें।

  5. स्थानीय नियमों का पालन करें: किसी भी यात्रा के दौरान स्थानीय नियमों, निर्देशों और अनुशासन का पालन करें। यात्रा के दौरान स्थानीय प्रशासनिक और सुरक्षा नियमों का आदान-प्रदान करें।

  6. पर्यावरण की सुरक्षा करें: पर्यावरण की सुरक्षा के लिए यात्रा के दौरान अपने कचरे को सुरक्षित तरीके से निपटाएं और प्रकृति के साथ सद्भाव रखें। प्लास्टिक के उपयोग को कम करें और आपातकालीन स्थितियों के लिए तत्पर रहें।

  7. अपनी संख्या को संयम में रखें: कावड़ यात्रा के दौरान भारी भीड़ का होना सामान्य है। अपनी संख्या को संयमित रखें और दूसरों की राहत को सुनिश्चित करें। ज्यादा भीड़ में अपनी सुरक्षा का ख्याल रखें और धीरे-धीरे चलें।

  8. धार्मिक स्थलों का सम्मान करें: कावड़ यात्रा में आपको धार्मिक स्थलों का सम्मान करना चाहिए। पूजा और अनुष्ठानों के दौरान शांति बनाए रखें और उन्हें पवित्र रखें। अन्य यात्रीयों के प्रति आदरभाव दिखाएं और उनके अवश्यकताओं को समझें।

  9. स्वच्छता का ध्यान रखें: यात्रा के दौरान स्वच्छता का पूर्णतः ध्यान रखें। यात्रा के स्थलों को साफ-सुथरा रखें और अपनी कचरे को सटीक तरीके से निपटाएं।

  10. अपने गुरु या गाइड की सलाह का पालन करें: कावड़ यात्रा में आपके पास एक गुरु या गाइड हो सकता है, जो आपको यात्रा के दौरान सलाह देते हैं। उनकी सलाह का पालन करें और उनकी दिशा में चलें।

यात्रा के दौरान इन व्यवहारिक संकेतों का पालन करने से आप समृद्ध और धार्मिक यात्रा का आनंद ले सकते हैं और साथ ही दूसरों को भी सम्मान और सुरक्षा प्रदान कर सकते हैं। यात्रा के स्थानीय नियमों और संस्कृति को समझें और उनका सम्मान करें, जिससे आप अपने और अन्य यात्रियों के लिए एक सुखद और सामरिक यात्रा का आनंद ले सकें।

251 kg holy water Kawad

हर_हर_महादेव बम बम भोले। ..... हर_हर_महादेव बम बम भोले  

 


शनिवार, 8 जुलाई 2023

चीन की आर्थिक तरक्की के महत्वपूर्ण बिंदु पर लेख 2023

चीन की आर्थिक तरक्की के महत्वपूर्ण बिंदु    

चीन की आर्थिक तरक्की के महत्वपूर्ण बिंदु पर लेख

आउटवार्ड इन्वेस्टमेंट (बाहरी निवेश)

      चीन ने विदेशी निवेश को अपनी आर्थिक तरक्की का महत्वपूर्ण हिस्सा बनाया है । वे उच्च निवेश और बाहरी मार्केटों में व्यापारिक गतिविधियों के माध्यम से विदेशी मुद्रा प्राप्त कर रहे हैं । इसके परिणामस्वरूप उनकी आर्थिक सक्रियता बढ़ी है और विश्व अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं

चीन आउटवार्ड इन्वेस्टमेंट (बाहरी निवेश) एक प्रक्रिया है जिसमें चीनी कंपनियाँ या व्यक्तियों द्वारा चीन के बाहर निवेश किया जाता है। यह विदेशी वित्तीय और व्यापारिक गतिविधियों में निवेश के माध्यम से होता है। यह एक महत्वपूर्ण आर्थिक क्रिया है जो चीनी उद्यमिता और कंपनियों को विश्व अर्थव्यवस्था में एक प्रमुख भूमिका देती है।

चीनी आउटवार्ड इन्वेस्टमेंट के पीछे कई कारण हैं, जैसे:

  1. बाजार उपयोगिता: चीनी कंपनियों को विदेशी बाजारों के उपयोगिता और पोटेंशियल से लाभ हो सकता है। विदेशी निवेश के माध्यम से, वे नए ग्राहक वापसी और विपणन मौके ढूंढ सकते हैं जो अपने उत्पादों और सेवाओं के लिए संभावित हैं।

  2. सामरिक और भूमिगत सुविधाएं: विदेशी निवेश चीनी कंपनियों को सामरिक और भूमिगत सुविधाओं का लाभ उठाने की संभावना प्रदान करता है। वे अपने उत्पादों के निर्माण और प्रदान करने के लिए नए बाजारों और संसाधनों का उपयोग कर सकते हैं।

  3. टेक्नोलॉजी और ज्ञान संसाधनों का उपयोग: चीनी कंपनियों को विदेशी निवेश के माध्यम से विदेशी टेक्नोलॉजी और ज्ञान संसाधनों का उपयोग करने का अवसर मिलता है। वे विदेशी संबंधों और विदेशी कंपनियों के साथ सहयोग करके नए और उन्नत तकनीकी ज्ञान का लाभ उठा सकते हैं।

  4. भारी बाजारों का एकीकरण: विदेशी निवेश चीनी कंपनियों को भारी बाजारों में प्रवेश करने का एकीकरण करने की संभावना प्रदान करता है। वे विदेशी निवेश के माध्यम से ग्राहकों का आकर्षण कर सकते हैं और विपणन नेटवर्क का विस्तार कर सकते हैं।

चीनी आउटवार्ड इन्वेस्टमेंट का महत्वपूर्ण लाभ यह है कि यह चीनी कंपनियों को विश्व अर्थव्यवस्था में प्रमुख खिलाड़ी बनाता है और उन्हें विदेशी मार्केटों में विपणन और वित्तीय मौद्रिक क्षेत्र में मजबूती प्रदान करता है।

निजीकरण और उद्यमिता 

        चीन ने व्यापारिक क्षेत्र में निजीकरण को प्रोत्साहित किया है और व्यापारिक उद्यमिता को बढ़ावा दिया है । इससे नये उद्योगों की स्थापना, रोजगार के संभावनाएं, नवाचार और नई प्रौद्योगिकियाँ विकसित हुई हैं, जो आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण योगदान देती हैं ।   

निजीकरण और उद्यमिता दो महत्वपूर्ण आर्थिक प्रक्रियाएं हैं जो आर्थिक विकास और उद्योग को प्रोत्साहित करती हैं। ये दोनों प्रक्रियाएं कंपनियों और उद्यमियों को स्वतंत्रता, स्वाधीनता, और सक्रियता के साथ व्यापारिक क्षेत्र में बदलाव और विकास का माध्यम प्रदान करती हैं।

निजीकरण (प्राइवेटाइज़ेशन) एक प्रक्रिया है जिसमें सरकारी संस्थानों, उद्योगों, और सेवा प्रदायकों को निजी स्वामित्व में लिया जाता है। इसमें सरकार संसाधनों को निजी कंपनियों को सौंपती है जो इनके प्रबंधन और प्रदान किए जाने वाले सेवाओं का जिम्मा लेती हैं। निजीकरण का मुख्य उद्देश्य सरकारी संस्थानों को दक्षता, कुशलता, और आर्थिक प्रगति के लिए बेहतर व्यवस्था प्रदान करना होता है। इसके अलावा, निजीकरण के माध्यम से सरकारी संस्थानों को अधिक नवीनीकरण, तकनीकी प्रगति, और कारगरता का मौका मिलता है।

उद्यमिता (एंट्रेप्रेनरशिप) एक प्रक्रिया है जिसमें एक व्यक्ति (उद्यमी) नए व्यवसाय की स्थापना करने और व्यवसायी उपक्रमों में नई गतिविधियों को प्रारंभ करने के लिए आगे आता है। उद्यमिता का महत्वपूर्ण पहलु यह है कि इससे नए रोजगार के अवसर सृजित होते हैं, आयोग्यता का स्तर बढ़ता है, वित्तीय और व्यापारिक स्वाधीनता मिलती है, और आर्थिक विकास होता है। उद्यमिता का महत्वपूर्ण कारक है क्यिउद्यमियों के द्वारा नवीन और नवाचारी विचारों का आविष्कार और प्रगति होती है। उद्यमिता व्यक्ति को आत्मनिर्भर बनाती है और समाज के आर्थिक विकास को सुदृढ़ करती है। उद्यमिता आर्थिक स्वाधीनता, सामरिक न्याय, और सामाजिक उत्थान की संकल्पना को प्रोत्साहित करती है।

निजीकरण और उद्यमिता दोनों प्रक्रियाएं आर्थिक विकास और उद्योग के लिए महत्वपूर्ण हैं। निजीकरण द्वारा सरकारी संस्थानों को निजी स्वामित्व में लेकर उन्हें प्रभावी और दक्ष प्रबंधन का मौका मिलता है। उद्यमिता द्वारा व्यक्ति को स्वतंत्र व्यवसायी बनाकर नए रोजगार के अवसर सृजित होते हैं और समाज को नवीन और उन्नत उत्पादों और सेवाओं का लाभ मिलता है।

इन दोनों प्रक्रियाओं का सही मिश्रण एक आर्थिक परिदृश्य को सुदृढ़ करता है और उद्योग, रोजगार, और आर्थिक विकास को सुनिश्चित करने में मदद करता है। इसलिए, निजीकरण और उद्यमिता को आर्थिक विकास के प्रमुख तत्वों के रूप में माना जाता है जो व्यापारिक संदर्भों में सक्रिय होते हैं।

निर्यात और विदेशी व्यापार 

          चीन विश्व बाजारों में उनके निर्यात को बढ़ाने के लिए कई उपाय अपना रहे हैं । वे विदेशी व्यापार के लिए उत्पादों की उच्च गुणवत्ता, कम लागत, और मजबूत विपणन प्रणाली प्रदान कर रहे हैं । इससे उनकी निर्यात बढ़ी है और विदेशी मुद्रा के प्रवाह को बढ़ावा मिला है । 

चीन एक प्रमुख निर्यात और विदेशी व्यापार राष्ट्र है, जो विश्व अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। चीन का निर्यात और विदेशी व्यापार उद्योग, औद्योगिक उत्पादों, सेवाओं, और प्रौद्योगिकी क्षेत्रों में व्यापारिक गतिविधियों को सम्मिलित करता है।

चीन के निर्यात और विदेशी व्यापार के अहम् बिंदुगत ये हैं:

  1. विदेशी बाजार प्रवेश: चीन के निर्यातकों को विदेशी बाजारों में प्रवेश करने के लिए अवसर मिलता है। चीनी उत्पादों की गुणवत्ता, कीमत, और मान्यता के कारण, वे विदेशी बाजारों में महत्वपूर्ण हिस्सा बन चुके हैं। चीनी कंपनियाँ अब तक विभिन्न विपणन संबंधी मुद्दों का सामना करती हैं, जैसे मानकों और विनिर्माण अनुबंधों की अनुकूलता, विदेशी बाजारों की नैतिकता और कानूनी तत्वों का पालन।

  2. विदेशी निवेश: चीन ने विदेशी निवेश को प्रोत्साहित किया है और अन्तर्राष्ट्रीय बाजार में अपनी उपस्थिति को मजबूत किया है। विदेशी निवेश के माध्यम से चीनी कंपनियों ने विदेशी बाजारों में स्थानांतरण किया है और विदेशी मुद्रा प्राप्त की है। विदेशी निवेश की वजह से चीनी कंपनियों का विश्वस्तरीय उपस्थान बढ़ा है और उन्हें विश्वस्तरीय मानकों, तकनीकी ज्ञान का लाभ, और नवीनीकरण की संभावनाएं मिली हैं।

  3. निर्यात समर्थन नीति: चीन सरकार ने विभिन्न निर्यात समर्थन नीतियाँ अपनाई हैं जो निर्यात सेक्टर को प्रोत्साहित करती हैं। वे निर्यात उद्योगों को वित्तीय समर्थन, कर्मियों कआर्थिक संकल्पना और प्रगति में वृद्धि, विपणन और विपणन रसोई, विदेशी मुद्रा आय, प्रदायक और उद्योग की विकास दक्षता, वैदेशिक निवेश के लिए निवेश नीतियों और सुविधाओं का प्रबंधन करने में मदद करती हैं। चीन अपनी उद्योगिकता, विनिर्माण ऊर्जा संरचना, प्रौद्योगिकी और नवीनीकरण में प्रगति कर रहा है जो उद्यमियों और कंपनियों को निर्माण के लिए अवसर प्रदान करता है।

चीन के निर्यात और विदेशी व्यापार के माध्यम से उन्नति हो रही है और यह उद्यमियों को ग्राहकों के बाजारों और स्रोतों के लिए अधिक विकासशील और ग्लोबलीकृत बनाता है। चीनी निर्यातकों का विश्व बाजारों में बढ़ता हुआ हिस्सा निर्माण, उद्योग, टेक्नोलॉजी, और सेवा संबंधी क्षेत्रों में महत्वपूर्ण हो रहा है। चीन के विदेशी व्यापार में गतिविधियों का विस्तार भारत, अफ्रीका, अमेरिका, और यूरोप जैसे प्रमुख बाजारों में हो रहा है।

चीन के निर्यात और विदेशी व्यापार का सफलतापूर्वक मानव संसाधनों, टेक्नोलॉजी और नवीनता के साथ उपयोग करना, विदेशी निवेश को सुविधाजनक बनाना, और नैतिकता और कानूनीता का पालन करना महत्वपूर्ण है। इसके लिए चीन सरकार कई नीतियाँ और उपाय अपनाती है जो निर्यात और विदेशी व्यापार को समर्थन करती हैं और उद्यमियों को अधिक बढ़त और प्रगति का मार्ग प्रदान करती हैं।

इंफ्रास्ट्रक्चर निवेश 

         चीन ने विशाल इंफ्रास्ट्रक्चर परियोजनाओं में महत्वपूर्ण निवेश किया है, जिससे उनकी आर्थिक विकास और व्यापारिक गतिविधियों को सुदृढ़ किया गया है । यह उनकी सड़क, रेलवे, बंदरगाह, उड़ानभरण, ऊर्जा और डिजिटल संचार इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने के माध्यम से हुआ है ।   

         चीन ने अपनी इंफ्रास्ट्रक्चर निवेश को एक महत्वपूर्ण प्राथमिकता बनाया है और इसे अपनी आर्थिक और सामाजिक विकास की प्रमुख चुनौतियों का सामना करने का एक माध्यम माना है। इंफ्रास्ट्रक्चर निवेश के माध्यम से चीन सड़क, रेल, हवाई मार्ग, बंदरगाह, ऊर्जा, टेलीकम्यूनिकेशन, नलकूप, औद्योगिक क्षेत्र आदि में उद्यमों को प्रशस्त करने और विकास को प्रोत्साहित करने का प्रयास करता है।

चीन के इंफ्रास्ट्रक्चर निवेश के महत्वपूर्ण बिंदुगत ये हैं:

  1. शहरी विकास: चीन ने शहरी इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास पर विशेष ध्यान दिया है। यहां शामिल हैं शहरी सड़कों, पुलों, टनलों, सड़कों, इलेक्ट्रिकल ग्रिड, पानी सप्लाई, नलकूप, औद्योगिक क्षेत्रों की सुविधाएं और शहरी वातावरण परियोजनाएं। इसका मुख्य उद्देश्य शहरों की आवास और परिवहन क्षमता में सुधार कर जनसंख्या की बढ़ती मांग को पूरा करना है।

  2. परिस्थितिकी और ऊर्जा: चीन ने ऊर्जा इंफ्रास्ट्रक्चर पर भी विशेष ध्यान दिया है। यहां शामिल हैं ऊर्जा उत्पादन, ऊर्जा संगठन, ऊर्जा संचार, ऊर्जा परिवहन, और ऊर्जा संभालने के प्रोजेक्ट्स। चीन ने अत्यधिक प्रदूषण और ऊर्जा आपूर्ति की चुनौतियों का सामना करते हुए विकास के लिए पर्यावरणीय और जीवाश्मी ऊर्जा स्रोतों पर ध्यान केंद्रित किया है।

  3. बाहरी व्यापार और यातायात: चीन ने बाहरी व्यापार को बढ़ावा देने के लिए अपनी यातायात इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत किया है। शामिल हैं बंदरगाह, हवाईअड्डे, रेलवे लाइनें, और जलमार्ग परियोजनाएं। यहां का मुख्य उद्देश्य व्यापारिक गतिविधियों को प्रोत्साहित करना, वाणिज्यिक संचार को सुविधाजनक और कार्यकारी बनाना, और विदेशी निवेश को आकर्षित करना है।

  4. राष्ट्रीय उद्यान, जलप्रपात, और पर्यटन: चीन ने अपने पर्यटन और आकर्षण स्थलों के विकास के लिए भी इंफ्रास्ट्रक्चर निवेश किया है। यहां शामिल हैं राष्ट्रीय उद्यान, जलप्रपात, पर्यटनीय परियोजनाएं और पर्यटन सुविधाएं। चीन ने पर्यटन को महत्व दिया है और अपने प्राकृतिक संसाधनों, सांस्कृतिक धरोहरों, और ऐतिहासिक स्थलों के प्रशासन और विकास को मजबूत किया है।

    5.  परिवहन इंफ्रास्ट्रक्चर: चीन ने पारिवहन इंफ्रास्ट्रक्चर को विकसित करने में विशेष ध्यान दिया है। यहां शामिल हैं बेहतर रेलवे संचार, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे, महासागरीय पोत, और उच्च गति रेल मार्गों का निर्माण। इससे चीन लोगों और सामग्री को सुरक्षित और आसानी से यात्रा करने की सुविधा प्रदान करता है और व्यापार और व्यापार को सहज बनाने में मदद करता है।

    6. ऊर्जा इंफ्रास्ट्रक्चर: चीन ने ऊर्जा इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास पर विशेष ध्यान दिया है। यहां शामिल हैं बांधकाम परियोजनाएं, विद्युत उत्पादन संयंत्र, ऊर्जा संगठन, और विद्युत बिजली ग्रिड का निर्माण। चीन विद्युत उत्पादन क्षमता में अग्रणी है और ऊर्जा स्वरूपों, जैसे कि सौर, वायु, जल और आधुनिक ऊर्जा स्रोतों के लिए विशेष महत्व देता है।


            इंफ्रास्ट्रक्चर निवेश के माध्यम से चीन ने अपने आर्थिक विकास को बढ़ावा दिया है, जिसने राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर उद्यमों, व्यापार, और आर्थिक सुविधाओं को प्रोत्साहित किया है। यह निर्माण क्षमता, लोगों के पहुंच को सुधारने, विकास के लिए अवसर प्रदान करने, और आर्थिक सामरिकता को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। चीन का इंफ्रास्ट्रक्चर निवेश एक महत्वपूर्ण कारक है जो उन्नति और सुविधा को संभालने में मदद करता है और देश को ग्लोबल विकास के मार्ग पर अग्रसर करता है।

       चीन ने उच्च शिक्षा और अनुसंधान को महत्व दिया है और विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में प्रगति की है । उनके विश्वविद्यालयों में उच्च शिक्षा, अनुसंधान और तकनीकी ज्ञान की मान्यता बढ़ी है, जिससे उन्हें विज्ञान, प्रौद्योगिकी और नवाचार के क्षेत्र में आगे बढ़ने का फायदा मिला ।   

        चीन उच्च शिक्षा और अनुसंधान में बड़ी प्रगति कर रहा है और यह एक महत्वपूर्ण क्षेत्र है जो देश के आर्थिक और तकनीकी विकास को समर्थन करता है। चीन ने उच्च शिक्षा और अनुसंधान को महत्वपूर्ण रखा है और बड़े स्तर पर निवेश किया है ताकि उद्यमियों, वैज्ञानिकों, और अनुसंधानकर्ताओं को उनकी ऊर्जा और नवीनता को संवारने और विकास को प्रोत्साहित करने के लिए अवसर मिलें।

चीन के उच्च शिक्षा और अनुसंधान के महत्वपूर्ण बिंदुगत ये हैं:

  1. शिक्षा प्रणाली: चीन ने अपनी शिक्षा प्रणाली को सुधार करने पर विशेष ध्यान दिया है। यहां शामिल हैं उच्च शिक्षा संस्थानों के विकास, पाठ्यक्रमों की समीक्षा, गुणवत्ता मानकों का पालन और नवीनता के अनुसार कौशल विकास को प्रोत्साहन। चीन ने विश्वस्तरीय शिक्षा प्रदान करने के लिए अपनी शिक्षा प्रणाली में सुधार किए हैं और नवीनता, तकनीक, और विज्ञान के क्षेत्र में मान्यताओं को प्राप्त करने के लिए प्रयास किए हैं।

  2. अनुसंधान और नवीनता: चीन ने अनुसंधान और नवीनता को अपनी प्राथमिकता बनाया है। यहां शामिल हैं वैज्ञानिक अनुसंधान संस्थानों, विज्ञान और प्रौद्योगिकी को प्रोत्साहित करने के लिए नीतियाँ, और औद्योगिक एकीकरण और प्रगति। चीन अनुसंधान क्षेत्र में अग्रणी हो रहा है और वैज्ञानिकों को सामरिक और उद्योगिक आधारित अनुसंधान करने के लिए अवसर प्रदान करता है। चीनी वैज्ञानिकों ने विभिन्न क्षेत्रों में महत्वपूर्ण अविष्कार किए हैं, जैसे कंप्यूटर विज्ञान, जैव विज्ञान, ऊर्जा प्रबंधन, औरनवाचारी प्रौद्योगिकी।

  3. विदेशी विद्यार्थी और उपस्थिति: चीन ने अपने उच्च शिक्षा क्षेत्र में विदेशी विद्यार्थियों के लिए आकर्षक मौके प्रदान किए हैं। चीन में कई विश्वविद्यालयों में अंतर्राष्ट्रीय स्तर की शिक्षा प्रदान की जाती है और विदेशी छात्रों को नवीनता, बांधकाम क्षमता, और वैश्विक संवाद की स्थापना करने का मौका मिलता है। इससे चीन को वैश्विक शिक्षा नेतृत्व में एक प्रमुख खिलाड़ी बनने का मौका मिला है।

  4. उद्योग-शिक्षा संबंध: चीन में उद्योग-शिक्षा संबंध महत्वपूर्ण है। यहां शामिल हैं उद्योग संस्थानों के साथ औद्योगिक संबंध, तकनीकी सहयोग, प्रशिक्षण और गतिविधियाँ। चीनी उद्योगों ने उच्च शिक्षा संस्थानों के साथ साझा कार्य किया है और उन्हें अनुसंधान और विकास के लिए उच्च गुणवत्ता विज्ञानिक और तकनीकी ज्ञान प्रदान करते हैं।

चीन का उच्च शिक्षा और अनुसंधान उच्च गुणवत्ता, नवीनता, और अध्ययन के लिए एक महत्वपूर्ण केंद्र है। यह उद्यमियों, वैज्ञानिकों, और अनुसंधानकर्ताओं को प्रोत्साहित करता है और विभिन्न क्षेत्रों में नवीनता और प्रगति की संभावनाओं को संवारने में मदद करता है। चीन इंफ्रास्ट्रक्चर, बाहरी निवेश, विदेशी व्यापार, और उच्च शिक्षा और अनुसंधान के माध्यम से अपने आरथिक विकास को प्रमोट करता है और देश को ग्लोबल मंच पर महत्वपूर्ण खिलाड़ी बनाने में मदद करता है।

विनिर्माण उद्योग 

           चीन ने विनिर्माण क्षेत्र में विश्वस्तरीय महत्वपूर्ण योगदान दिया है । वे दुनिया के सबसे बड़े निर्माण कारख़ानों को होस्ट करते हैं और उच्च गुणवत्ता वाले उत्पादों का निर्माण करते हैं । चीन के विनिर्माण सेक्टर ने उन्नति के लिए विश्वस्तरीय मानक स्थापित किए हैं ।   बाहरी निवेश चीन ने विदेशी निवेश को प्रोत्साहित किया है और अन्तर्राष्ट्रीय बाजार में अपनी उपस्थिति को मजबूत किया है । उन्होंने विदेशी सीमाओं को समाप्त करके विदेशी निवेशकों को आसानी से अपने व्यवसायों में प्रवेश करने की सुविधा प्रदान की है । चीनी कंपनियों का विदेशी निवेश अब तक कई विभाजनों को प्राप्त हुआ है और उन्हें विश्वस्तरीय उपस्थिति देने में मदद मिली है ।   

चीन विनिर्माण उद्योग में एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी है और विश्व भर में अपनी मजबूती और प्रगति के लिए प्रसिद्ध है। चीन विनिर्माण क्षेत्र में अग्रणी है और विविधता, वैश्विक मंच पर प्रभाव, और ऊर्जा क्षमता की उच्च स्तर पर उपलब्धता के कारण मशहूर है।

चीन के विनिर्माण उद्योग के महत्वपूर्ण बिंदुगत ये हैं:

  1. उद्यमिता और व्यापारिक माहौल: चीन का विनिर्माण उद्योग व्यापारिक माहौल में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। चीन में उद्यमियों को सुविधाजनक माहौल, उच्च स्तर की प्रौद्योगिकी और सामरिक मूल्य के साथ ऊर्जावान बाजार प्रदान किया जाता है। यह उद्योगियों को नवीनता और प्रगति के लिए अवसर प्रदान करता है और उन्हें विश्व बाजार में प्रतिस्पर्धा करने के लिए तैयार करता है।

  2. विनिर्माण क्षमता: चीन विनिर्माण क्षमता में मजबूती रखता है और अपने उद्योगों के विकास के लिए प्रमुख धाराओं को पूरा करता है। चीन में उच्च स्तर की तकनीकी क्षमता, संसाधनों की प्रभावी उपयोगिता, और कार्यक्रमों के माध्यम से उद्योगों को विनिर्माण करने और उत्पादन करने में मदद की जाती है।

  3. उच्च गुणवत्ता उत्पादन: चीन अपनी उच्च गुणवत्ता उत्पादन क्षमता के लिए प्रसिद्ध है। चीनी कंपनियाँ विश्वस्तरीय मानकों के अनुरूप उत्पादन करती हैं और उत्पादों की गुणवत्ता और मानकों की पालना करने के लिए प्रयास करती हैं। इससे चीनी उद्योगियों को विश्वव्यापी बाजारों में मजबूती से स्थान बनाने में मदद मिलती है।

  4. उद्योग संरचना और एकीकरण: चीन ने अपनी उद्योग संरचना को और एकीकरण को महत्व दिया है। यह शामिल है उद्योग क्षेत्रों के संगठन, प्रबंधन को अपग्रेड, और उद्योगों के बीच तंत्रिका सुविधाओं का निर्माण। इससे चीन अपनी उद्योग संरचना को प्रभावी और सुविधाजनक बनाने में सक्षम हुआ है और विभिन्न क्षेत्रों में विनिर्माण की संभावनाओं को बढ़ावदेता है। चीनी उद्योगों का एकीकरण और संरचना उन्नति को प्रोत्साहित करता है और उन्हें बड़े स्तर पर मजबूती और प्रभाव देता है।

चीन का विनिर्माण उद्योग विश्वस्तरीय दर्जे का है और उच्चतम मानकों की पालना करता है। यह देश एक वैश्विक उद्योगिकरण केंद्र के रूप में मान्यता प्राप्त कर रहा है और विनिर्माण क्षेत्र में नए और नवीनतम प्रौद्योगिकी, विकसित संरचना, और ऊर्जावानता के अवसरों को प्रोत्साहित करता है। चीन के विनिर्माण उद्योग ने देश को उद्यमिता, नवीनता, और विकास के मार्ग पर मजबूती से आगे बढ़ाहैं।


बैंकिंग और वित्तीय सेवाएं 

        चीन की आर्थिक तरक्की के लिए वित्तीय सेवाओं और बैंकिंग का महत्वपूर्ण योगदान है । वे बड़ी बैंकों और वित्तीय संस्थाओं को स्थापित करने के माध्यम से वित्तीय सेवाओं के लिए एक स्थायी और सुरक्षित मार्ग प्रदान कर रहे हैं । चीनी बैंकिंग सेक्टर की सुरक्षा, स्थायित्व और प्रगति उनकी आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है ।  

चीन बैंकिंग और वित्तीय सेवाएं दुनिया भर में महत्वपूर्ण हैं और देश की आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। चीन के बैंकिंग और वित्तीय सेवाओं में कई महत्वपूर्ण कारक शामिल हैं:

  1. चीनी बैंक: चीन में कई प्रमुख बैंक हैं जो वित्तीय सेवाएं प्रदान करते हैं। चीनी बैंकों में सबसे प्रमुख हैंगकांग और चीन बैंक (Hong Kong and Shanghai Banking Corporation - HSBC), चीन बैंकिंग निगम (Bank of China), चीन जीवन बीमा (China Life Insurance) और चीन कन्ट्रोल (China Construction Bank) शामिल हैं। ये बैंक विभिन्न वित्तीय सेवाएं, जैसे वित्तीय संरचना, ऋण और ऋण निगम, वित्तीय निवेश और बीमा प्रदान करते हैं।

  2. विदेशी निवेश: चीन ने अपने बैंकिंग और वित्तीय सेवाओं को विदेशी निवेश को प्रोत्साहित करने के लिए भी खुला है। चीनी बैंकों ने विदेशी निवेश और संपत्ति के प्रबंधन में मजबूती प्रदान की है और विदेशी कंपनियों को वित्तीय सहायता और सेवाएं प्रदान करने में सक्षम हुए हैं।

  3. शेयर बाजार: चीन के पास अपना शेयर बाजार है, जिसमें आम जनता के लिए शेयरों की खरीदारी और बेचने का मौका होता है। शेयर बाजार चीनी बैंकों और कंपनियों को पूंजीपति जुटाने, नवीनता को प्रोत्साहित करने, और आर्थिक विकास को संभालने में मदद करता है।

  4. डिजिटल वित्तीय सेवाएं: चीन में डिजिटल वित्तीय सेवाएं भी महत्वपूर्ण हैं। चीन के बैंकों ने डिजिटल पेमेंट सेवाएं, ई-वालेट, और इंटरनेट बैंकिंग जैसी उन्नत तकनीकों का उपयोग करके आसान और सुरक्षित वित्तीय सेवाएं प्रदान की हैं। यह व्यापारियों और उपभोक्ताओं को आसानी से लेन-देन करने की सुविधा प्रदान करता है।

चीन की बैंकिंग और वित्तीय सेवाएं देश की आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं और उद्यमियों, व्यापारियों, और व्यक्तियों को आर्थिक सहायता और सेवाएं प्रदान करने में मदद करती हैं। इसके अलावा, चीन की वित्तीय सेवाएं बैंकिंग सुविधाओं, निवेश अवसरऔर ऋण प्रणालियों को सम्पूर्णता देती हैं।

गुरुवार, 29 जून 2023

ईद मुबारक /बच्चों के सामने बकरे की बलि देने से परेहज करे

ईद मुबारक /बच्चों के सामने बकरे की बलि देने से परेहज करे 

ईद मुबारक

 ईद पर बकरे को प्यार से पालना और फिर उसकी बलि देना एक प्राचीन परंपरा है जो मुस्लिम समुदाय में प्रचलित है। यह प्रक्रिया धार्मिक और सामाजिक महत्व की रखवाली के रूप में मान्यता प्राप्त कर चुकी है। हालांकि, इस प्रक्रिया के साथ जुड़ी कुछ विवादित चिंताएं भी हो सकती हैं।

      यह विषय विवादास्पद है और इसे विभिन्न दृष्टिकोण से देखा जा सकता है। एक दृष्टिकोण से देखें तो, बकरे को प्यार से पालना और उसे बलि देना एक धार्मिक रीति है और यह मानवता के भावनात्मक और आध्यात्मिक दृष्टिकोण को दर्शाता है। इस प्रक्रिया के माध्यम से, मानव धार्मिकता, उदारता, और अल्लाह के प्रति भक्ति की भावना को व्यक्त करता है। 

       इसके साथ ही बकरे को प्यार से पालना और उसके रक्षण में दिलचस्पी रखना मानवीयता की प्रतीक्षा करता है। यह हमें प्राकृतिक संतुलन और दया के महत्व को समझाता है। बकरे की देखभाल और प्यार से उसकी जरूरतों की पूर्ति करना हमें सामरिक और उद्धारवादी भावनाओं को विकसित करता है।

बकरे को प्यार से पालना एक मानवीय और दयालु पृष्ठभूमि तैयार करता है। जब हम उन्हें देखते हैं, उनके साथ संवाद करते हैं, उनका ख्याल रखते हैं और उन्हें सही खाने की देखभाल करते हैं, तो हम उनके प्रति प्यार और सम्मान का अभिव्यक्ति करते हैं। यह हमें स्वयं को और दूसरों को मानवीय और दयालुता की भावना से संबंधित करता है। इसके अलावा, बकरे को अच्छी देखभाल करना उनकी अच्छी स्वास्थ्य और कल्याण के लिए भी महत्वपूर्ण है।

 

विपरीत दृष्टिकोण से देखें तो, इस प्रक्रिया में बकरे को निर्ममता के साथ मारा जाता है और उसके नन्हे बच्चों के सामने इसकी बलि दी जाती है। इससे क्रूरता की भावना को प्रोत्साहित किया जा सकता है और बच्चों में दया और संवेदनशीलता का आभाव पैदा करता हैं। 

अंततः हर धार्मिक प्रथा को उचित संदर्भ और समय पर अपनाना चाहिए। बलि देने की प्रक्रिया को सही तरीके से निर्वहन करना और धर्मिक आदर्शों का पालन करना आवश्यक है, लेकिन हिंसा के प्रति संवेदनशीलता और भावनाओं का ध्यान रखना भी महत्वपूर्ण है। यह हमारे अहिंसा, दया, और समरसता के मूल्यों को प्रकट करता है और हमें एक मानवीय समाज की ओर अग्रसर बनाता है।

 


गुरुवार, 15 जून 2023

गुजरात तूफान/Gujarat Cyclone/बिपारजॉय

 गुजरात तूफान/Gujarat Cyclone/बिपरजॉय

समुद्र उफ़ान पर-Bipurjoy

समुद्री उफ़ान भुज में

      कहावत हैं की दूध का जला छाछ को भी फूंक फूंक के पिता हैं।  यह कहावत भारत और गुजरात सरकार की बिपरजॉय को लेकर की जा रही तैयारिओं पर सौ  फीसदी चरीतार्थ हो रही हैं।  6 जून से पता लगते ही सरकार ने इसको गभींरता से लिया और युद्ध स्तर की तैयारी शुरू कर दी। जैसे जैसे ये  शक्तिशाली चक्रवात 'बिपरजॉय' गुजरात की और बढ़ रहा हैं।  सरकार का सारा तंत्र पुरे एक्टिव मोड में आचुका हैं।  गुजरात समुद्र तट से लगे इलाको से 10 किलोमीटर के दायरे से लोगो को सुरक्षित जगहों पर विस्तापित कर दिया गया हैं। करीब 1 लाख 20 हजार से अधिक लोगों को सेलटर होम /सार्वजनिक जगहों पर सुरक्षित पहुँचाया जा चूका हैं।  समुद्र के इलाके को पूर्ण रूप से सील कर दिया गया हैं। शक्तिशाली चक्रवात 'बिपरजॉय' के गुजरात के कच्छ में जखौ बंदरगाह के पास संभावित रूप से गुरुवार को टकराने के मद्देनजर श्रद्धालु के दर्शन पर पूर्ण प्रतिबन्ध लगा दिया गया हैं। और सोमनाथ मंदिर की सुरक्षा में सुरक्षाकर्मी की ड्यूटी लगा दी गई हैं।
यह तूफान इतिहास में सबसे लम्बे समय तक चलने वाला तूफान मन गया हैं।  जिसकी आज सांय तक गुजरात पहुँचने की संभावना हैं।  इस वक्त गुजरात के तटीय इलाको में तेज हवाओ के साथ वर्षा का दौर शुरू हो गया हैं।
स्वयं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और रक्षामंत्री राजनाथ सिंह युद्ध स्तर पर  िस्थति पे पैनी नजर लगाए हुए हैं।  ताकि काम से काम जान धन की हानि होने से बचाया जा सके।
क्योंकि गुजरात के तटीय इलाकों पर एक बार फिर से समुद्री चक्रवात कहर बनाकर टूट रहा है। चक्रवात अभी काफी दूर हैं लेकिन कच्छ,मोरबी,देवभूमि द्वारका और जामनगर जिलों में डराने वाली तस्वीरें सामने आ रही है। समुद्री चक्रवात बिपरजॉय की तुलना 25 साल पहले आए तूफान से की जा रही है   जिसमे बहुत अधिक नुकसान पहुंचाया था।

राष्ट्रीय आपदा मोचन बल और नागरिक सुरक्षा ( NDRF  ) ने संभाल रखा हैं मोर्चा
NDRF की 33 टीमें और सेना हाई अलर्ट पर मदद के लिए तैयार हैं। और ये तटीय इलाको में लोगों की सुरक्षा में दिन रात एक कर रहे हैं। 

तूफान से सबसे अधिक क्या नुकसान होता हैं ?


मोबाइल टावर-दूरसंचार तंत्र ध्वस्त हो जाता हैं

    वर्तमान दौर में कम्युनिकेशन को बनाये रखना ऐसी िस्तथी में बहुत चुनौतीपूर्ण होता हैं। जिससे आवश्यक लोगो तक तुरंत सूचना पहुँच सके और मदद हो सके।

बिजली के खम्भे टूट जाते हैं :
     ऊर्जा जीवन का आधार हैं। सरकार ने तूफान के बाद के लिए तैयारियां पूरी कर ली हैं।  और विधुत विभाग की टीम तैयार हैं।  ताकि तूफान के बाद तुरन्त बिजली की सप्लाई को दुरस्त किया जा सके।
तेज हवाओं से फूस के घरों के पूरी तरह से नष्ट होने, कच्चे घरों को व्यापक नुकसान और पक्के घरों को भी थोड़ा-बहुत नुकसान होने की आशंका है.

फैसले ख़राब/पेड़ उखड जाते हैं। 

130 से 150 किलोमीटर की स्पीड़ से हवाएँ पेड़ पौधो के साथ जमीनी फसल को भारी नुकसान पहुंचाती हैं।


मंगलवार, 13 जून 2023

क्या गधों से बदलेगी पाकिस्तान की आर्थिक हालात/गधों का देश पाकिस्तान

 क्या गधों से बदलेगी पाकिस्तान की आर्थिक हालात/गधों का देश पाकिस्तान 

Poor Condition of PAK Economy

      हाल ही में पाकिस्तान इकोनॉमिक (पीईएस) 2022-23 ने अपनी आर्थिक सर्वे रिपोर्ट पेश की जिसमे बताया गया की  इस वक्त पाकिस्तान  गंभीर आर्थिक संकट (Economic Crisis) से जूझ रहा है. पाकिस्तान में बिजनेस ठप पड़ा है. कोई कर्ज देने के लिए भी तैयार नहीं है. खाने-पीने की जरूरी चीजों समेत तमाम वस्तुओं के दाम आसमान छू रहे हैं।  

 

     इस दुःख की घड़ी में पाकिस्तान के लिए एक खुशखबरी है कि उनके देश में गधों की संख्या बढ़ गई हैं।  हम ऐसा इसलिए कह रहे हैं क्योंकि गधे पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था में खासा योगदान देते हैं। और गधे हमेशा से आमजीवन में हसीं के पात्र होते हैं। किसी को गधा कहने का मतलब होता हैं।  मुर्ख कहना। क्योंकि गधे को जानवरों में सबसे अधिक मुर्ख माना जाता हैं।   पाकिस्तान से बड़ी संख्या में चीन को बेचे जाते हैं।  

 

     पीईएस 2022-23 का सर्वे बताता है कि गधों की संख्या में 1 लाख का इजाफा हो गया है. पाकिस्तान में गधे 57 लाख से बढ़कर 58 लाख तक हो गए हैं। इस न्यूज़ के कारण पाकिस्तान पुरे विश्व में हँसी का पात्र बना हुआ हैं। 


     अब तो वंहा की आवाम भी बोल रही हैं की पाकिस्तान के राजनेताओ और सेना से अच्छे तो गधे निकले जिन्होंने अपनी आबादी बढाकर कम से कम अपने देश के इस कंगाली हालत में योगदान देने का काम कर रहे हैं।

भारत के गधे पाकिस्तानी गधों से पिछड़े।

      पाकिस्तान के आर्थिक सर्वे 2022-2023 रिपोर्ट के नतीजों में जंहा गधों की संख्या 1 लाख का इजाफा होकर 56 लाख से बढ़कर 57 लाख तक पहुँच गई हैं। वंही भारत में पशुधन जनगणनां 2012  के अनुसार गधों की संख्या 3 लाख 20 हजार थीं। जो 2019 की रिपोर्ट में घटकर  मात्र 1 लाख 20 हजार रह गई हैं। गधों की संख्या में 61.23 % की कमी चिंतनीय विषय हैं।

FAQ ..

Questions :डोंकी(Donkey ) को हिंदी में क्या कहते हैं?/Donkey Meaning in Hindi


Answer : डोंकी को हिंदी में गधा कहते हैं।  यह एक पालतू जानवर होता हैं।  इसकी पहचान कठिन मेहनत के साथ में मूर्खता के रूप में जाना जाता हैं।  डोंकी के लिए अलग अलग परपेक्ष में अलग शब्द काम में लिए जाते हैं।

1  गधा (donkey, burro, jackass, dicky, Neddy, moke)
2 गदहा (ass, donkey)
3  मूर्ख मनुष्य (gull, fathead, dotterel, fool, donkey, dottrel)
    अहमक़

Pak is second largest production of Donkey

दुनिया के सबसे बड़े गधा उत्पादक देश

     पुरे विश्व में चीन सबसे अधिक गधे पालने वाले देशो में टॉप पर हैं। वंही पे पाकिस्तान और एथोपिआ क्रमश द्वितीय और तृतीय नंबर पर हैं।

Question :चीन ही दुनिया में गधों का सबसे बडा आयातक देश क्यों हैं ?
        Answer :गधों के चमड़े से बनने वाले जिलेटिन यानी गोंदनुमा पदार्थ से चीन में एजियाओ (ejiao) नाम की दवा बनाई जाती है. Traditional Chinese Medicine (TCM) के तहत आने वाली ये दवा शरीर में बहुत कारगर होती हैं। इससे मानव की इम्युनिटी बढ़ाने के लिए दी जाती है. इसके अलावा जोड़ों के दर्द में भी ये कारगर दवा मानी जाती है. रिप्रोडक्टिव समस्या में भी गधे की चमड़ी से बना जिलेटिन दवा की तरह लेते हैं और साथ में गधे का मांस भी खाया जाता है. चीन में इस दवा की भारी मांग है. इसका कारोबार लगभग 130 बिलियन डॉलर का माना जाता है. TCM के तहत आने वाली दूसरी दवाएं भी जानवरों से तैयार होती हैं. दावा किया जाता है कि सांप, बिच्छू, मकड़ी और कॉक्रोच जैसे जीव-जंतुओं से बनने वाली इन दवाओं से कैंसर, स्ट्रोक, पर्किंसन, हार्ट डिसीज और अस्थमा तक का इलाज होता है.



शनिवार, 3 जून 2023

भारत और चीन के बीच सीमा पर विवादित स्थानों की जानकारी हिंदी में

 भारत और चीन के बीच सीमा पर विवादित स्थानों की जानकारी हिंदी में

Border Meeting India and china Officers
     भारत और चीन के बीच कई सीमाओं पर लम्बे समय से सीमा विवाद हैं, जिनमें निम्न स्थान शामिल हैं:
      1.आक्साईचिन: आक्साईचिन एक विवादित क्षेत्र है जो भारतीय राज्य अरुणाचल प्रदेश में स्थित है। चीन इस क्षेत्र को अपना दावा करता है और इसे अपनी आधिकारिक भूमि मानता है।

    2.पांगोंग झील: पांगोंग झील जम्मू और कश्मीर राज्य के लद्दाख विभाग में स्थित है और यह भी विवादित है। चीन और भारत दोनों इस क्षेत्र का मालिकाना दावा करते हैं और यहां आक्रमणों की सूचनाएं रिपोर्ट की गई हैं।

      3.डोकलाम: डोकलाम त्रिकोणमण्डल में भारत, चीन, और भूटान के बीच एक विवादित स्थान है। इस सीमा पर विवाद 2017 में हुआ था, जब भारतीय सेना और चीनी सेना के बीच तनाव उभरा था।

      मोदी सरकार लम्बे समय से इन स्थानों को लेकर अलग अलग स्तर की वार्तालाप जारी हैं। दोनों ही देश जनसंख्या और आर्थिक दृष्टि से दुनिया सबसे बड़े देशो में हैं। दोनों परमाणु सम्पन देश हैं। दोनों देश अपनी जिम्मेदारियों को समझते हुए आने वाले समय में किसी स्थाई समाधान की और बढ़ेंगे। यही दोनों देशो और दुनिया के लिए सुखद होगा।


ओडिशा ट्रेन दुर्घटना में 233 यात्रियों की मौत, 900 से ज्यादा लोग जख़्मी

 

ओडिशा ट्रेन दुर्घटना में 233 यात्रियों की मौत, 900 से ज्यादा लोग जख़्मी

ओडिशा ट्रेन दुर्घटना

 रेलवे इतिहास की सबसे दर्दनांक घटना कल ओडिशा के बालासोर जिले में बहानागा रेलवे स्टेशन के पास शुक्रवार की शाम 6 से 7 बजे की बीच में  यात्री ट्रेन कोरोमंडल एक्सप्रेस की बोगियां पटरी से उतर गईं. इसी बीच उसके पास की पटरी से गुजरते हुए यशवंतपुर से हावड़ा जा रही एक्सप्रेस ट्रेन उतरी हुई बोगियों से बाजू से टकरा गई. ओडिशा के मुख्‍य सचिव पीके जेना के मुताबिक, इस हादसे में अब तक 233 लोगों की मौत हो गई है और 900 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं. 

      मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने ट्रेन हादसे के बाद राज्य दिवस समारोह रद्द करते हुए एक दिन के राजकीय शोक की घोषणा की है. घायल लोगों को अस्पतालों में ले जाया गया है. राहत और बचाव दल दुर्घटनास्थल पर मौजूद हैं. घायल कुछ यात्रियों को बालासोर मेडिकल कॉलेज में भर्ती किया गया है. मेडिकल कॉलेज और बालासोर के आसपास के सभी अस्पतालों को अलर्ट पर रखा गया है.

      इस घटना में 3  ट्रेनों की आपसी टक्कर में करीब 17 बोगियाँ में लोगों की मौत/जख्मी हुये हैं।
       आज सुबह रेलवे मिनिस्टर अश्विनी वैष्णव मौके पर पहुंचे हैं। उन्होंने कहा की उनकी प्राथमिकता हैं।  बोगियों से तमाम लोगो कप जल्द से जल्द निकल कर बचाया जा सके। और साथ में जख्मी लोगो को उचित इलाज की व्यवस्था की जाये।
इस घटना में मारे गए लोगो को 2 लाख रूपये की अतिरिक्त सहायता की जाएगी।  मतलब प्र्तेक मृतक परिवार को 10 प्लस 2 लाख रुपया का मुआवजा दिया जायेगा जबकि घीलो को मुफ्त इलाज के साथ 50 हजार की सहायता की जाएगी। प्रधानमंत्री मोदी ने भी इस घटना पर ट्विट करके दुःख जाहिर किया हैं। 

ओडिशा ट्रेन दुर्घटना हेल्पलाइन नंबर 

033- 22143526/ 22535185

 

 

3rd ग्रेड शिक्षक ट्रांसफर संभव यदि आपके पास प्रभाव या पैसा हैं।

3rd ग्रेड के मजबूर शिक्षकों से प्रधानमंत्री ने किया छल।       3rd ग्रेड शिक्षक ट्रांसफर संभव यदि आपके पास प्रभाव या पैसा हैं। यह बात में क्...