भारत ने रचा इतिहास -राहुल द्रविड़ के साथ रोहित शर्मा और विराट कोहली की भी T 20 क्रिकेट से बाय बाय
बारबाडोस, वेस्टइंडीज में कल ICC T20 WC में भारत ने दक्षिणी अफ्रीका के मुँह से जीत छीन ली और फिर से क्रिकेट में अपनीह बादशाह कायम करली।क्रिकेट का खेल अनिश्चिताओं से भरपूर होता हैं। कल के मैच में सूर्यकुमार का अविश्नमणीय कैच ने यह सिद्ध कर दिया की आवश्यकता पड़ने पर हनुमान जी कैच लपकने सूर्यकुमार के रूप में आ सकते हैं। यह 150 करोड़ लोगों के विश्वास का ही नतीजा था की 16 ओवर तक 176 का स्कोर बोना साबित होता दिख रहा था टीम के माथे पर पसीना साफ़ दिखाई दे रहा था। क्रिकेट अनिश्चिताओं का खेल हैं।
सच हुआ अक्षर पटेल की 6 बाल पर 24 रन बटोर कर हेनरिक क्लासेन ने मैच को दक्षिणी अफ्रीका के द्वार पर ट्रॉफी रख दी थी। और अंतिम 24 बॉल पर केवल 26 रन की आवश्यकता थी। तभी हार्दिक पांड्या के हाथो में गेंद देकर जानो इंडियन कप्तान रोहित शर्मा किसी चमत्कार का इंतजार कर रहे थे और पांड्या की पहली फुलटॉस बॉल पर सूर्यकुमार हनुमान जी बन कर विश्व क्रिकेट इतिहास का सबसे बेहतरीन कैच पकड़ कर मानो कह रहा हो की ट्रॉफी इतनी आसानी से नहीं जितने देंगे । और अंतिम पलों में बुमराह और हार्दिक पांड्या के साथ सूर्यकुमार ने इस बेहद रोमांच से भरा मैच भारत की झोली में डाल दिया और 11 वर्ष बाद ICC T 20 वर्ल्ड चैंपियन का ताज सर सजाया।
विराट कोहली का बल्ला मानो अमरीका की पिचों पर खेलना भूल गया हो इसी पल के लिए खामोश था। बेहतरीन मोके पर 59 पर 76 रन की पारी खेल कर यह सिद्ध दिया की विराट कोहली अपने नाम के स्वरूप ही क्रिकेट से प्यार करते हैं।
बारबाडोस वेस्टइंडीज में कल ICC T20 WC में भारत ने दक्षिणी अफ्रीका के मुँह से जीत छीन ली और फिर से क्रिकेट में अपनीह बादशाह कायम करली।
क्रिकेट का खेल अनिश्चिताओं से भरपूर होता हैं। कल के मैच में सूर्यकुमार का अविश्नमणीय कैच ने यह सिद्ध कर दिया की आवश्यकता पड़ने पर हनुमान जी कैच लपकने सूर्यकुमार के रूप में आ सकते हैं। यह 150 करोड़ लोगों के विश्वास का ही नतीजा था की 16 ओवर तक 176 का स्कोर बोना साबित होता दिख रहा था टीम के माथे पर पसीना साफ़ दिखाई दे रहा था। क्रिकेट अनिश्चिताओं का खेल हैं यह सच हुआ अक्षर पटेल की 6 बाल पर 24 रन बटोर कर हेनरिक क्लासेन ने मैच को दक्षिणी अफ्रीका के द्वार पर ट्रॉफी रख दी थी। और अंतिम 24 बॉल पर केवल 26 रन की आवश्यकता थी।
तभी हार्दिक पांड्या के हाथो में गेंद देकर जानो इंडियन कप्तान रोहित शर्मा किसी चमत्कार का इंतजार कर रहे थे और पांड्या की पहली फुलटॉस बॉल पर सूर्यकुमार हनुमान जी बन कर विश्व क्रिकेट इतिहास का सबसे का सबसे बेहतरीन कैच पकड़ कर मानो कह रहा हो की ट्रॉफी जितना इतना आसान हैं। और अंतिम पलों में बुमराह और हार्दिक पांड्या के साथ सूर्यकुमार ने इस बेहद रोमांच से भरा मैच भारत की झोली में दाल दिया और 11 वर्ष बाद ICC T 20 वर्ल्ड चैंपियन का ताज सर सजाया।
विराट कोहली का बल्ला मानो अमरीका की पिचों पर खेलना भूल गया हो इसी पल खामोश था। बेहतरीन मोके पर 59 पर 76 रन की पारी खेल कर यह सिद्ध दिया की विराट कोहली अपने नाम के स्वरूप ही क्रिकेट से प्यार करते हैं।
कोच राहुल द्रविड़ की विदाई भी विश्व विजेता कप के साथ हुई और साथ में विराट कोहली और रोहित शर्मा ने भी इस पल T20 फॉर्मेट से संन्यास की घोसणा कर दी। दोनों ही खिलाङी ने आने वाले यंग पीढ़ी के लिए अवसर प्रदान कर अपना सम्मान क्रिकेट की दुनिया में हमेशा के दर्ज करा दिया। दोनों ही खिलाड़ी बेहतरीन प्रदर्शन के लिए सदैव याद किया जायेगा.
अनुष्का शर्मा का फाइनल मैच में ग्राउंड पर नहीं होना क्या कोहली के लिए लकी साबित हुआ।
इस वर्ल्ड कप में अधिकांश खिलाडियों की पत्नियां साथ में थी। लेकिन फाइनल से पहले सबसे अधिक चर्चा में थी विराट की पत्नी अनुष्का शर्मा। जिसको लगातार विराट के प्रदर्शन के अशुभ माना जा रहा था। और फाइनल में अनुष्का ग्राउंड पर नहीं आई और विराट का बल्ला शुरुवात से आग उगलना शुरू कर दिया। और 59 बॉल्स में 76 रन बनाकर टीम को 176 के स्कोर तक पहुँचाया।