मंगलवार, 28 मार्च 2023

IPL 2023 के नए नियम

 इंपैक्ट प्लेयर रूल

    इंडियन प्रीमियम लीग 2023 में कुछ नियमो में तब्दीली देखने को मिलेगी। सबसे महत्वपूर्ण नियम लागू हुआ हैं इंपैक्ट प्लेयर रूल।ये क्या हैं इसे समझते हैं।इस नियम के तहद आईपीएल मैच के बीच टीम प्लेइंग -11 में शामिल किसी एक खिलाड़ी को बेंच पर बैठे रिजर्व प्लेयर्स से बदला जा सकता हैं।टीमों को टॉस के बाद प्लेइंग -11 बतानी होगी। साथ में 4-4  रिजर्व खिलाड़ियों का नाम भी लिस्ट में देना होगा। और इन्ही 4 खिलाड़ियों में से किसी एक को इक्पैक्ट खिलाड़ी के तौर पर प्लेइंग 11 में किसी एक खिलाड़ी को बदला जा सकता हैं।इंपैक्ट प्लेयर से निश्चित ही टीमों में ऑलराउंडर पर निर्भरता कम होगी।इस नियम का इस्तेमाल दोनो पारियों में केवल एक बार ही किया जा सकेगा। और वो भी 14 ओवर से पहले पहले।इसमें बैटिंग और बॉलिंग कर चुके खिलाड़ी को भी रिप्लेस किया जा सकेगा। इंपैक्ट प्लेयर अपने को पूरे मैच में 4 ओवर बॉलिंग और पूरे ओवर बैटिंग करने का मौका मिलेगा।

कब कब इंपैक्ट प्लेयर काम में ले सकते हैं।

*यदि टीम 11 में से 4 प्लेयर विदेशी होंगें तो इंपैक्ट प्लेयर भारतीय ही होगा।

* जब कोई खिलाड़ी इंजर्ड हो जाए तब इंपैक्ट प्लेयर से रिप्लेस किया जा सकता हैं।

*जब टीम में बॉलर्स अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पा रहे हो उस समय किसी एक इंपैक्ट प्लेयर को लिया जा सकता हैं .*ओवर समाप्त होने के बाद या विकेट गिरने के बाद या ब्रेक में ,स्ट्रेटेजिक टाइम आउट या पारी समाप्त होने पर ही इंपैक्ट प्लेयर को बुलाया जा सकता हैं। खेले के बीच में उसे रिप्लेस नही किया जा सकता। इंपैक्ट प्लेयर को बदलने के लिए फील्ड अंपायर को बताना होगा। वो अपने दोनो हाथो को हवा में क्रॉस का साइन बना कर इंपैक्ट प्लेयर को बदलने का इशारा देगा।

* चार रिजर्व खिलाड़ियों में से देशी या विदेशी प्लेयर्स कोई भी हो वो इंपैक्ट खिलाड़ी के तौर पर मैदान में उतर सकता हैं। देशी खिलाड़ी को विदेशी से या विदेशी खिलाड़ी को देशी खिलाड़ी से बदला जा सकता हैं।जो खिलाड़ी रिप्लेस होकर मैदान के बाहर जाने के बाद वो दुबारा मैच में बॉलिंग ,बैटिंग,कीपिंग या फील्डिंग के लिए नहीं आ सकता।इंपैक्ट प्लेयर्स में अब उसकी स्ट्रेंथ के अनुसार ही सेलेक्ट किया जा सकेगा। इससे ऑल राउंडर खिलाड़ी का इंपैक्ट कम होगा। टीमें अब टीमें स्पेशलिस्ट बैट्समैन से बैटिंग कराने के बाद उसे बॉलर से रिप्लेस कर देंगी। ऐसे ही पहले स्पेशलिस्ट बॉलर से बॉलिंग कराने के बाद बेहतरीन बैट्समैन को शामिल कर लेंगी।

वाइड और नो -बॉल के लिए DRS संभव

      डिसीजन रिव्यू सिस्टम (DRS) से पहले टीम केवल आउट और नॉटआउट दिए जाने पर DRS के नियम का प्रयोग करते थे इसमें अंपायर के निर्णय को चुनौती दी जाती थी उसके बाबा कप्तान DRS रिव्यू लेता हैं जिसमे निर्णय 3rd अंपायर के पास रेफर किया जाता हैं जो तकनीकी की सहायता से बारीकी से देखता हैं और सटीक निर्णय लिया जा सकता हैं।इसी प्रकार से IPL 2023 में वाइड और नो बॉल के लिए भी 3rd अंपायर का रुख किया जा सकेगा।वो निर्णय की समीक्षा कर के अंतिम निर्णय देगा।

                 डेड बॉल का नियम क्या ?

      जब बॉलर के द्वारा बॉल फेंकी जाती हैं। जैसे ही बॉलर बॉल को अपने हाथ से छोड़ देता हैं। उसके बाद बॉलर भी फील्डर में काउंट हो जाता हैं। उसके बाद बैट्समैन और फील्डर दोनो के बीच बॉल जाति हैं जब दोनो पक्ष यानी की बैट्समैन एंड फील्डर बॉल को खेलने के रूप में देखना बंद कर देते हैं तब बॉल को डेड मान लिया जाता हैं। गेंद डेड हुई या नहीं ये फैसला अंपायर के अधिकार क्षेत्र में आता हैं।

धीमी गेंदबाजी रेट पर पेनेल्टी का प्रावधान

      IPL -2023 में यदि बॉलिंग टीम निर्धारित समय में तय ओवर नही फेंकती तो उसे 30 गज के बाहर पांच के बजाय केवल चार खिलाड़ी से ही फील्डिंग करने की अनुमति दी जाती हैं।इसे स्लो ओवर रेट पैलेंटी कहा जाता हैं।


 

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