में 43 वर्ष की होगी हुँ-भाजपा
आज भाजपा की उम्र 43 वर्ष हो गई हैं। भाजपा 6 अप्रैल 1980 से पहले भारतीय जनसंघ के रूप में जानी जाती थी। इस दल की स्थापना 21 अक्टूबर 1951 को दिल्ली में की गयी थी। इसके तीन संस्थापक सदस्य थे- श्यामा प्रसाद मुखर्जी, प्रोफेसर बलराज मधोक और दीनदयाल उपाध्याय। इस पार्टी का चुनाव चिह्न दीपक था,1952 के संसदीय चुनाव में जनसंघ ने दो सीटें जीती थी। तो वहीं भाजपा 2019 के लोकसभा चुनाव में 303 सीटें जीत तक का सफर तय कर चुकी हैं ।
भाजपा भारत की प्रमुख राजनीतिक पार्टी है। यह संसद और विधानसभाओं में प्रतिनिधित्व के मामले और प्राथमिक सदस्यता के मामले में दुनिया की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी है। भाजपा एक दक्षिणपंथी पार्टी है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS ) के साथ इसके वैचारिक और संगठनात्मक संबंध हैं।
भाजपा जन्मदिन पर नरेंद्र मोदी का कारकर्ताओं को सम्बोधन /BJP Birth-Day 2023 PM Modi Speech
भाजपा के 44वें स्थापना दिवस के मौके पर PM मोदी ने भाजपा कार्यकर्ताओं को संबोधित किया. मोदी ने कहा भाजपा की स्थापना से लेकर आज तक जिन महान विभूतियों ने पार्टी को सींचा है,संवारा है,सशक्त और समृद्ध किया है। छोटे से छोटे कार्यकर्ता से लेकर के वरिष्ठ पद पर रह कर देश और पार्टी की सेवा करने वाले सभी महानुभावों को मैं शीश झुका कर प्रणाम करता हूं। अपने कार्यकर्ताओं को सामान और महत्व देना मोदी की सफलता का मूल मंत्र हैं।
मोदी ने आगे कहा कि आज हम सभी अपनी पार्टी का स्थापना दिवस मना रहे हैं. मां भारती की सेवा में समर्पित प्रत्येक भाजपा कार्यकर्ता को मैं बहुत-बहुत बधाई देता हूं। आज हम देश के कोने-कोने में भगवान हनुमान की जयंती मना रहे हैं। हनुमान जी का जीवन आज भी हमने भारत की विकास यात्रा में प्रेरणा देते हैं. जब लक्ष्मण जी पर संकट आया तब हनुमान जी पूरा पर्वत ही उठाकर ले आए थे।
आज भारत समंदर जैसी विशाल चुनौतियों को पार करने और उनका मुकाबला करने में पहले से ज्यादा सक्षम है। हनुमान जी के पास असीम शक्ति है लेकिन इस शक्ति का इस्तेमाल वो तभी कर पाते हैं जब स्वयं पर से उनका संदेह समाप्त हो जाता है। 2014 से पहले भारत की भी यही स्थिति थी, लेकिन आज भारत बजरंगबली जी की तरह अपने भीतर सूक्त शक्तियों का आभास कर चुका है।
सफलता लाने के लिए Can Do Attitude जरुरी
जब हनुमान जी को राक्षसों के सामने दो दो हाथ करने होते थे तो वो उतने ही कठोर भी हो गए थे। इसी प्रकार से जब भ्रष्टाचार की बात आती है,जब परिवारवाद की बात आती है,कानून व्यवस्था की बात आती है तो भाजपा उतनी ही संकल्पबद्ध हो जाती है। मां भारती को इन बुराइयों से मुक्ति दिलाने के लिए कठोर होना पड़े तो कठोर हों। संकल्पशक्ति से ही सफलता लाई जाती हैं।
मोदी ने अपने भाषण में निम्न महत्वपूर्ण पॉइंट्स पे पार्टी की उपलब्धियाँ गिनवाई
1.नार्थ ईस्ट में शांति का सूरज निकला।
2. गुलामी की मानसिकता से देश बहार निकला रहा हैं।
3. 2014 में केवल सत्ता परिवर्तन नहीं हुआ था नई यात्रा का शंखनाद हुआ था। जिसपे रुकना नहीं हैं।
4. भ्रष्ट कामों के खुलासे से लोग बेचैन हैं ,और नफरत से भरे लोग झूंठ पर झूंठ बोल रहे हैं।
5. आज देश तेजी से आगे बढ़ रहा हैं नित नए रिकॉर्ड बन रहे हैं - GST कलेक्शन,डिफेन्स एक्सपोर्ट,UPI पेमेंट का प्रयोग etc
6. 2024 में हमें कोई हरा नहीं सकता लेकिन हमें चुनाव के साथ जनता का दिल जितना हैं।
इसके साथ ही मोदी ने कार्यकर्ताओ को सोशल मीडिया के साथ नए नए प्रयोग करते हुए अपने आपको अपडेट रहने के लिए भी कहा।
BJP -1952 से 2019 का लेखा जोखा
1952-प्रथम लोकसभा चुनाव -2 सीट भारतीय जनसंघ
1957-द्वितय लोकसभा चुनाव-4 सीट भारतीय जनसंघ
1962-तृतीया लोकसभा चुनाव-14 सीट भारतीय जनसंघ
1967-चतुर्थ लोकसभा चुनाव- 35 सीट भारतीय जनसंघ
1971-पांचवां लोकसभा चुनाव-22 सीट भारतीय जनसंघ
1977-छठी लोकसभा चुनाव-295 सीट जनता पार्टी
मोरारजी देसाई प्रधानमंत्री बने 2 वर्ष बाद पार्टी में विघटन और देसाई जी को इस्तीपा देना पड़ा उसके बाद चौधरी चरणसिंह जी नए प्रधानमंत्री बने लेकिन वादे के अनुसार कांग्रेस ने समर्थन नहीं दिया और चरणसिंह जी की सरकार गिर गई।
1980-सातंवी लोकसभा चुनाव-31 सीट भाजपा -अटल युग की शुरुवात
1984-आठंवी लोकसभा चुनाव-2 सीट भाजपा
1989-नौंवी लोकसभा चुनाव-85 सीट भाजपा
1991-दसंवी लोकसभा चुनाव-120 सीट भाजपा
1996-ग्यारंवी लोकसभा चुनाव-161 सीट भाजपा
1998-बाहरवीं लोकसभा चुनाव-181 सीट भाजपा
1999-तेहरवीं लोकसभा चुनाव-182 सीट भाजपा
2004-चौदवीं लोकसभा चुनाव-138 सीट भाजपा
2009-पन्द्रंवि लोकसभा चुनाव-116 सीट भाजपा
2014-सोंलंवी लोकसभा चुनाव-282 सीट भाजपा ( नरेंद्र मोदी युग की शुरुवात )
2019-सत्रवीं लोकसभा चुनाव- 303 सीट भाजपा
श्यामप्रसाद मुखर्जी की पार्टी गिरती उठती रही लेकिन हार नहीं मानी। रामजन्म भूमि आंदोलन ने अटल बिहारी जी , लालकृष्ण आडवाणी और मुरलीमनोहर जोशी की तिकड़ी ने पार्टी की नींव को मजबूती प्रदान की और संघठन को मजबूती देते हुए अन्य राज्यों में पार्टी का विस्तार किया। और धीर धीरे एक उच्च वर्ग की पार्टी कही जाने वाला राजनितिक गुट अपनी मेहनत और लगन से देश की ही नहीं अपितु दुनिया का सबसे बड़ा राजनितिक संघठन बन गया।
और 2014 में नरेंद्र मोदी के साथ भाजपा में आक्रमकता और सबका साथ सबका विकास और सब का प्रयास के ऊपर देश आर्थिक गति के पथ पर दौड़ चूका हैं। जिसका असर आमजन के जीवन पर भी दिखा रहा हैं। मोदी के नेतृव में दुनिया ने भारत का लोहा माना हैं और देश की छवि और विश्व स्तर पर अच्छी पैठ दिखने लगी हैं।
Still time to pick
जवाब देंहटाएंCongratulations
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