गुरुवार, 2 मार्च 2023

नेशनल पीपुल्स पार्टी (NPP) का इतिहास।

 नेशनल पीपुल्स पार्टी (NPP) के संस्थापक पीए संगमा - लोकसभा के पूर्व अध्यक्ष


       नॉर्थ ईस्ट की एकमात्र पार्टी जिसे राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा हासिल हैं।इस पार्टी की आधारशिला लोकसभा के पूर्व स्पीकर पिए संगमा ने रखी थी। शरद पवार के साथ पीए संगमा ने कांग्रेस छोड़ के दोनो ने राष्टीय कांग्रेस पार्टी (NCP) का गठन किया था। जिसका अस्तित्व आज भी महाराष्ट्र की राजनीतिक में हैं। पीए संगमा का कद मेघालय ही नही नॉर्थ ईस्ट की राजनीतिक में बहुत बड़ा माना जाता हैं।वर्ष 2012 में  राष्ट्रपति के चुनावो में  NCP  के फैसले को नही मानने के कारण उन्हें शरद पवार ने पार्टी से निष्कासित कर दिया था। 

नॉर्थ ईस्ट की प्रथम राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा प्राप्त पार्टी

वर्ष 2015 में चुनाव आयोग ने 2014 के लोकसभा चुनाव का खर्च का हिसाब नही देने के कारण NPP का निलंबन भी झेलना पड़ा था। ये पार्टी पार्टी चुनाव आयोग द्वारा निलंबन झेलने वाली पहली पार्टी भी हैं।

 

बीजेपी के गठबंधन का हिस्सा।

जब 2016 में भाजपा की अगुवाई में NDA ने आसाम में सरकार बनाई  तब हेमंत विश्वा सरमा ने बतौर संयोजक नॉर्थ ईस्ट डेमोक्रेटिक अलाइंस बनाया जिसमे सिक्किम,आसाम और नागालैंड के मुख्यमंत्री शामिल हुऐ उस समय मेघालय में सरकार चला रही NPP भी शामिल हो गई।

 

इस पार्टी का चुनाव चिन्ह हैं पुस्तक (Book)

     अपने चुनाव चिन्ह के अनुरूप ही  इस पार्टी की आइडियोलॉजी हैं जो कमजोर तपके को साक्षर और शिक्षा के अधिकार संपन्न करने को लेकर हैं। यह पार्टी नॉर्थ ईस्ट के सभी राज्यों में यानी की मणिपुर,अरुणाचल,नागालैंड में कई बार सीट जीत चुकी हैं। हम कह सकते हैं की नॉर्थ ईस्ट में ये पार्टी अपना वर्चस्व रखती हैं और अपना दायरा बड़ाने का मादा भी रखती हैं। यह भी सही हैं की भाजपा के कांग्रेस मुक्त भारत की कल्पना को सरोकार करने में भाजपा से अधिक इन क्षेत्रीय पार्टियों की भूमिका अधिक हैं जिनका जन्म कांग्रेस से ही हुआ हैं। 

NPP के मुखिया कोनार्ड संगमा

     NPP के मुखिया हैं पीए संगमा के बेटे कोनार्ड संगमा जो युवा हैं और मात्र 45 वर्ष की उम्र हैं उनकी। 2016 में अपने पिता के देहांत के बाद पार्टी की कमान संभाली थी। वह तूरा से सांसद भी रह चुके हैं। और वो अपने पिता के कैंपेन मैनेजर के तौर पे काम शुरू किया था और अपना पहला विधानसभा  चुनाव 2004 में 182 वोटो से हार गए थे। कोनार्ड संगमा की पढ़ाई दिल्ली में सेंट कोलंबस स्कूल में हुई हैं।और बाद में पेनशिल्वेनिय यूनिवर्सिटी से बीबीए में डिग्री और इंग्लैंड की इंपीरियल कॉलेज से एमबीए किया। उनकी दो बेटियां हैं और वो मेघालय क्रिकेट संघ के अध्यक्ष भी हैं।

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