India-Poltics-सचिन v/s गहलोत
यह बात सत्य है की कांग्रेस के दोनो बड़े नेताओ की अना भी उन्के जैसे बड़ी है । जँहा कल पायलट ने पेपर तिजोरी से बाहर आने मे सिधे सिधे जादुगर की जादुगरी को जिमेदार ठहराया वंही अलग अलग कर्मचारी संगठनो के साथ बजट से पहले संवाद मे ने भी बिल्कुल देरी नही की और और इशारो ही इशारो मे सचिन पायलट पर तीर चलाये और सियाशी बाण ऐसे चलाये की गांधी छवि का भी ख्याल नही आया। पायलट को कोविड के बाद कांग्रेस का कोरोना बताया। जँहा सचिन इंन दिनो किसान सम्मेलन कर रहे हैं जो को सचिन गूट के विधायकओ द्वारा आयोजित किये जा रहे है । और ये पायलट गूट की चाल से के तोर पे देखा जा सकता है जो की चुनाव से पहले आलाकमान पर दबाब बनाके एक समान जनक स्थान ले सके व अपने समर्थको की टिकटों को बचा सके। यह लड़ाई राजस्थान से कांग्रेस का हार का मुख्य कारण साबित होगा।
Dated 30/01/2023-
सचिन पायलट का अन्तिम निर्णय का समय !
राजस्थान मे मोदी की यात्रा के बाद पायलट कैंप के ऊपर गुर्जर समाज का दबाब बढ़ता जा रहा है और फैसला लेने की घड़ी बहुत नजदीन दिख रही हैं क्योंकि ये इन्तजार लम्बा खींचता दिखाई दे रहा है और अब पायलट समर्धक निर्णायक कदम उठाने के मूड में दिख रहे हैं इस फैसले के लिए पायलट समर्थकों का पायलट पर जबरदस्त दबाव हैं विधानसभा में 10 फरवरी को बजट पेश होने से पहले फैसला लेने का दबाव, समर्थकों के दबाव को देखते हुए पायलट इस बारे में अगले दो या तीन दिनों में राहुल से कर सकते निर्णायक बातचीत, लेकिन राहुल से पहले हो सकती केसी वेणुगोपाल से बातचीत, कल श्रीनगर में यात्रा समाप्त होने के पश्चात किसी भी वक्त हो सकती ये मुलाकातें, सूत्रों के अनुसार यदि नहीं बनी बात तो पायलट अगले कुछ दिनों में ही उठा सकते कोई बड़ा कदम। मोदी की भीलवाड़ा मे गुर्जर के देवता देवंनारायण के मन्दिर के 1111 वर्ष पुर्ण होने के अवसर पर जो जोश और समर्धन मोदी के पक्ष मे दिखा उसको अब कांग्रेस के लिये और लम्बा खींचना खतरे से खाली नही होगा। ये अब पका दिख रहा हैं या तो सचिन पायलट को गुर्जर समाज के मान समान के रुप मे कांग्रेस देखे और उचित प्रतिनिधित्व दे या फिर अधिकांश गुर्जर समाज राजस्थान सहित दिल्ली, मध्यप्रदेश, उतरप्रदेश,हरियाणा व गुजरात मे मोदी के लिये कमल का बटन दबाए जिस्की पुरजोर संभावना हैं । अब राहुल बाबा जँहा भारत जोड़ो यात्रा से ये तकनिकी ज्ञान लगा कर कैसे कांग्रेस जोड़ों व हाथ को पकड़ो को सम्भाल पायेंगे। क्योंकि आज की वर्तमान स्थिति मे पेपर लिक प्रकरण,गहलोत की सचिन पर तीखी तिपणी और सचिन पायलट का अपने समर्धक विधायको के एरिया मे किसान रेली करना ये साफ इंगित करता है की अब ये पटरी बढ़ने वाली हैं नही और 25 मे 25 की हट्रिक लगाने को भाजपा तैयार खड़ी हुई हैं ।
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