मिडिल का फ़ायदा है या नुकसान ।
केंद्रीय बजट 2023-24 की मुख्य विशेषताएं।
(1) ईपीएफओ की संख्या दोगुनी होकर 27 करोड़ हुई
(2) कृषि क्षेत्र में स्टार्ट अप को बढ़ावा देने के लिए कृषि त्वरण कोष मत्स्य पालन को बढ़ावा देने के लिए विशेष योजना
(3) 38,800 शिक्षकों को नियोजित किया जाएगा & 3.5 लाख एकलव्य आदिवासी विद्यालय में।
(4) रुपये का पूंजी परिव्यय। रेलवे के लिए 2.40 लाख करोड़
(5) 50 नए एयरपोर्ट और हेलीपोर्ट बनाए जाएंगे।
(6) रु. अर्बन इंफ्रा के लिए 10,000 करोड़ हर साल फंड
(7) रु. 100 ट्रांसपोर्ट इन्फ्रा प्रोजेक्ट्स के लिए 75,000 करोड़
(8) "आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस" के लिए 3 उत्कृष्टता केंद्र स्थापित किए जाएंगे।
(9) केवाईसी प्रक्रिया को सरल बनाया जाएगा। पैन कॉमन बिजनेस आइडेंटिफायर होगा।
(10) डिजी लॉकर का दायरा बढ़ाया जाएगा।
(11) 39,000 से अधिक अनुपालन कम किए गए। जन विश्वास विधेयक में संशोधन 42 कानून
(12) रुपये। ऊर्जा के लिए 35,000 करोड़ हस्तांतरण
(13) 10,000 बायो इनपुट रिसर्च सेंटर स्थापित किए जाएंगे।
(14) 30 स्किल इंडिया इंटरनेशनल सेंटर स्थापित किए जाएंगे।
(15) वित्तीय रणनीति के लिए एनएफआईआर (राष्ट्रीय वित्तीय सूचना रजिस्ट्री) शुरू की जाएगी।
(16) एमएसएमई ऋण की लागत में 1% की कमी रुपये का आसव। MSME क्रेडिट के लिए कॉर्पस में 9,000 करोड़
(17) महिलाओं के लिए 'महिला सम्मान बचत योजना' रु. 2,00,000 @ 7.5% 18. एससीएसएस को 15 लाख से बढ़कर 30 लाख किया गया।
प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष कर
(1) घरेलू विनिर्माण और निर्यात को बढ़ावा देना।
(2) कैपिटल गुड्स पर टैक्स छूट और लिथियम बैटरी।
(3) मोबाइल, कैमरा लेंस बनना है सस्ता
(4) सोना, चांदी और हीरा, सिगरेट, इम्पोर्टेड रबर महंगा मिलेगा।
(5) प्रकल्पित कराधान के लिए 3 करोड़ 75 लाख की बढ़ी हुई सीमा।
(6) रुपये की उच्च टीडीएस सीमा। के लिए 3 करोड़ सहकारिता 7. आसान फाइलिंग के लिए नया आईटी रिटर्न फॉर्म
(7) आसान फाइलिंग के लिए नया आईटी रिटर्न फॉर्म।
(8) छोटी- छोटी अपीलों के निस्तारण के लिए 100 संयुक्त आयुक्त नियुक्त किए जाएंगे।
(9) ईपीएफ निकासी पर घटा टीडीएस
(10) धारा 54 और 54एफ में संशोधन किया जाए।
(11) नई कर व्यवस्था में छूट की सीमा बढ़ाकर 7 लाख की गई।
(12) नई कर व्यवस्था में स्लैब की संख्या 7 से घटाकर 5 की गई।
(13) व्यक्ति की 9,00,000 की वार्षिक आय पर केवल 5% कर केवल रुपये का भुगतान करने के लिए। कर के रूप में 45,000।
(14) वेतनभोगी वर्ग और पेंशनभोगी: स्टैंडर्ड डिडक्शन बढ़ा
(15) उच्चतम कर की दर 42.74% घटाई गई
(16) नई कर व्यवस्था में उच्च अधिभार दर को 37% से घटाकर 25% करने का प्रस्ताव।
(17) लीव एनकैशमेंट: लिमिट रु. 3,00,000 से रु. 25,00,000।
देखिये सव्जी और फल की किमत लगभग बराबर सी हो गई हैं जँहा सब्जी 20-30 रुपया किलो मिलती थी वो आज 15-25 रुपया का 250 ग्राम हो चुका हैं और ये लगातर महंगाई बड़ा रही है । मिडिल क्लास के लिये रोड अच्छी हुई हैं लेकिन PPT मॉडल के नाम से लगातर टौल टैक्स बढ़ोतरी जारी है जँहा 30-40 रुपया लगता था आज 60-70 आम हैं ।राशन पानी मे चायपति,साबुन,Colgate,दाले,खाने के आयल और जँहा 80 करोड़ को गेंहू फ़्री मिल रहा हैं वंही आम आदमी के लिये 40% दरें बढ़ चुकी हैं ये सब भाव आम लोगो का बजन बढा रही है जिनपे हम टैक्स दे रहे है ।
कोचिंग फीस अब लाखो मे हो चुकी हैं एक भर्ती की कोचिंग जो कुछ महिने के लिये 50 हजार खर्चा हो जाता हैं ।दुध/घी-सतत बढ़ोतरी की राह पर हैं अब घी जैसी आवश्यक वस्तु गावों मे शहरो से सप्लाई हो चुकी हैं । आम परिवार मे लोन पे बाइक व कार का खर्चा बड़ा साथ ही पैट्रोल की दर कन्हा से कन्हा पहुंच चुकी हैं । डीजल जो ट्रैक का भाडा लगता हैं जो वस्तुओ की महंगाई बड़ा रहा हैं ।मोबाइल रीचार्ज- बढ़ोतरीडिश टीवी-बढ़ोतरी । अब घर मे मोबाइल की संख्या बड़ गई है तो रीचार्ज भी बड़ गया है । आने जाने के लिये आम जनता बस/रेलवे को काम मे लेते हैं उनका किराया- बढ़ोतरी लगातर हो रही है । जँहा भारत त्योहारो का देश हैं ।वँहा त्यौहार का खर्चा लगातर बड़ रहा हैं । दीपावली जैसा त्यौहार एक आम परिवार पर 10000/- खर्च हो जाता है ।।
जँहा हमे मार्केट मे पैसा दिख रहा है उसका मुख्य कारण आपकी इनकम ही नही हैं साथ मे परिवार मे कमाने वाले लोगो की संख्या बढ़ी हैं और हमारी बचते खतम होती जा रही है ।।।
सोना चांदी के भाव आसमान छू रहे हैं जिनके आभूषण आम लोगो की पहुंच से दूर हो रहा हैं और आर्टिफिचीयल जेवरत का सहारा आम जनता को लेना पड़ रहा हैं ।। इसलिये अब शादी करना मंहगा हो चुका हैं ।।।
अब किसान की बात करे ती देखिये की आपके पास खेती का पानी आया लेकिन बिल जरुर बढ चुका हैं । बीज महंगा हो चुका है ।। इसलिये सरकारो का मोटा पैसा बढ़े प्रोजेक्ट मे जाता है । जिसका फ़ायदा आम जनता को होता है लेकिन वो सारा पैसा आम लोग और मिडिल क्लास के लोग अपनी सेविंग खो रहे है । अधिक मेहनत कर रहे हैं और आपके गरीब व अमीरी की खाई बढ़ रही हैं । इसलिये आप पे इस बजट से क्या प्रभाव पड़ता है ये आपको देखना है ।।
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