शनिवार, 16 सितंबर 2023

गुलमोहर गार्डन RWA चुनावों के ज्वलंत मुद्दे

गुलमोहर गार्डन में कल RWA के चुनावो के लिए वोटिंग  

RWA Election 2023

      गुलमोहर गार्डन में रेजिडेंशियल वेलफेयर एसोसिएशन (RWA) के चुनावो में वोटिंग की घड़ी जैसे जैसे नजदीक आ रही हैं। सभी प्रत्याशी अपनी अपनी टीमों के साथ रणनीति को अंतिम रूप देने में व्यस्त हैं। यह चुनाव समाज में गिरते हुए नैतिक स्तर को दर्शाता हैं।।

       इस चुनाव में पुरानी RWA जिस पर  पूरे दो साल तक रिमोट से चलने के आरोप लगे और गुलमोहर गार्डन के लोगो से संवाद की कमी रही उनको लेकर लोगो में गहरी नाराजगी देखी जा रही हैं। साथ में रिमोट से चलने वाली RWA में कई लोगो पर वित्तीय अनियमताओं के आरोप लगे।

स्विमिंग पूल में अनियमिताओं के आरोप 

financial fraud in swimming pool

       गुलमोहर गार्डन के  मुख्य स्विमिंग पूल में वित्तीय अनियमिताओं का आरोप भी पुरानी  RWA के सरदर्द बना हुआ हैं जिसकी टेंडरिंग में पारदर्शिता की कमी के साथ लोगो ने अपने रिश्तेदारों को ही कार्य आवंटित करके धाँधली की जिनके  पास स्विमिंग पूल का कोई अनुभव नहीं था।। और जो कार्य किया उसमे गुणवत्ता का आभाव रहा और स्विमिंग पूल की गहराई कम हो गई  जिसके चलते उसे पुन रिपेयर किया और बजट बढ़ाया गया।। जिनके  जवाबदेहि लोग जसवंत भारद्धाज जी के प्रचार में लोगो के सवालों से बचते नजर आये।  

      और यह सभी लोग जो पिछली RWA के साथ मिलकर कार्य कर रहे थे वही लोग अब नए चेहरे के रूप में जसवंत भारद्वाज को अध्यक्ष पद का उम्मीदवार बनाकर चुनाव मैदान में हैं। 

     विपक्ष की और से आरोप लग रहे हैं की इन लोगो ने सोसाइटी का सौहार्द खराब कर दिया हैं।। और परिवारवाद के साथ आपसी द्वेष का माहौल बना दिया हैं।। अच्छी सोसाइटी में अमूमन पुलिस का आवगमन देखा जा सकता हैं।।।

श्रीराम मंदिर निर्माण का मुद्दा 

श्रीराम मंदिर

 ओपन हाउस में एक स्वर से समर्थन के बावजूद मंदिर निर्माण नही करना भी पुरानी RWA की नाकामयाबी के तौर पर देखा जा रहा हैं।।और इन लोगो द्वारा ट्रस्ट बनाकर मंदिर पर कुछ लोगो का अधिकार स्थापित करने की कोशिश के भी आरोप लग चुके हैं लेकिन लोगो की सुझभूज से यह संभव नहीं हो पाया। गुलमोहर गार्डन के मंदिर में सामान उठाने का आरोप में 17 लोगो के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई गई हैं ।ख़ुशी की बात यह हैं की आचार सहिंता के बावजूद लोगों ने सौहार्दपूर्ण माहौल में मंदिर कार्य को सम्पूर्ण कराने में कोई व्यवधान नहीं डाला।  और मंदिर का कार्य अपने अंतिम पड़ाव में हैं।  इसको लेकर लोगो में काफी ख़ुशी देखि जा सकती हैं।  

साफ़ छवि और ऊर्जावान नवयुवक पैनल

Jakhar Panel in RWA election 2023

      अब गुलमोहर गार्डन में लोगो को केवल नवयुवकों के पैनल जिसमे अध्यक्ष पद पर हरवेन्द्र सिंह जाखड़ उपाध्यक्ष पद के उम्मीदवार अनुराग शर्मा और सचिव पद के प्रत्याशी एडवोकेट विनय शर्मा जी के साथ प्रतीक झा और मनोज मालिक से आशा हैं की वो लोग गुलमोहर गार्डन में वापस सौहार्दपूर्ण माहौल बनाने में कामयाब होंगे।। और सोसाइटी की बेहतरी के लिए मिलकर कार्य करेंगे।

गुलमोहर गार्डन के RWA चुनाव प्रचार बंद। प्रचार प्रसार में कोन आगे कोन पीछे।

 

गुलमोहर गार्डन बना चुनावी दंगल 

Gulmohar garden election 2023

जयपुर गुलमोहर गार्डन सोसाइटी में चुनाव के प्रचार का आज सुबह 9.00 बजे बंद हो गया हैं। आज सुबह भी जाखड़,विनय शर्मा और अनुराग शर्मा,प्रतीक झा जी गुलमोहर गार्डन के मॉर्निंग समूह के सदस्यो के साथ डोर टू डोर प्रचार पूर्ण किया।। इस दौरान युवा टीम ने पूर्व अध्यक्ष श्री मदन जी पारीक से विजय भव का आशीर्वाद प्राप्त किया।। इस दौरान पारीक जी युवा टीम से अपनी अपेक्षा और विश्वास की बात की।। साथ ही सोसाइटी में जो छोटी छोटी बातों में पुलिस को अप्रोच को गलत बताया।। इससे आपसी सोहरदपूर्ण माहौल को खराब करने की कोशिश बताया।। और सब को मिल जुल कर रहने की अपील की।। इस दौरान श्री विनय शर्मा जी ने उनके अनुभूव को साथ में रख कर सोसाइटी में कार्यों को गति देने और प्रेमभाव बढ़ाने का भरोसा दिया।। 

गुलमोहर मॉर्निंग ग्रुप का खुला समर्थन 

Gulmohar Morning Group

      इस दौरान मॉर्निंग ग्रुप के सदस्य श्री रामावतार जाट ने पुन दोहराया की उनकी टीम गुलमोहर गार्डन की भलाई के लिए जो भी लोग चुन कर आएंगे उनके साथ मिल कर कार्य करेंगे।। और छोटी छोटी बातों में पुलिस हस्तक्षेप/vip कल्चर/ के खिलाफ खड़े रहेंगे।। क्योंकि इस चुनाव में गुलमोहर गार्डन में मॉर्निंग ग्रुप जिसमे RSS से जुड़े हुए लोगो के साथ खेलो से जुड़े और सेवानिवृत्त लोग प्रतिदिन सुबह गुलमोहर गार्डन में लोगो से मेल मिलाप करके आपसी सेतु का कार्य कर रहा हैं।। जो युवा और सीनियर सिटीजन लोगो का एक अच्छी सामाजिक विचार धारा का समूह हैं।।जिसमे गुलमोहर गार्डन के प्रथम नागरिक श्री अरविंद जी शर्मा, SBI से रिटायर्ड भागीरथ जी ,सुनील जी अग्रवाल ,रमेश जी मीना, गिरीश ,ओमप्रकाश सैनी , रामावतार जाट सहित बहुत से लोग शामिल हैं जो गुलमोहर गार्डन की खुशी के लिए सौहार्दपूर्ण माहौल बनाने की पुरजोर कोशिश करते हैं।।

 चाय पर चर्चा कार्यकर्म फेस 7 & 8 

Chay Pe Charcha

प्रचार प्रसार से प्रतीत हो रहा हैं की लोगो का विश्वास युवा टीम के नेतृत्व में नई RWA के गठन का पूर्ण मानस बन रहा हैं।। क्योंकि कल फेस 7-8 में चाय पे चर्चा के दौरान भी बहुत से नागरिकों ने उनकी बाते सुनने के लिए उनका धन्यवाद किया और अपना पूर्ण समर्थन श्री जाखड़ एंड श्री विनय शर्मा के पैनल को देने का भरोसा जताया।।

परचा निरस्त दावेदारो ने किया कोर्ट का रूख

      गुलमोहर गार्डन में तीसरे ग्रुप जिनमे बहुत से उम्मीदवारों के पर्चे निरस्त हो गए थे। उन्होंने चुनाव स्थगित करने के लिए न्यायलय का रुख किया हैं जंगा से आज निर्णय आने की संभावना हैं।। इसके कारण अध्यक्ष पद के लिए जाखड़ की टक्कर सीधे जसवंत भारद्वाज के बीच में होगी।।

शुक्रवार, 15 सितंबर 2023

गुलमोहर गार्डन सोसायटी के RWA चुनाव बनने जा रहे हैं एक दर्ष्टांत

गुलमोहर गार्डन में चुनाव प्रचार जोरों पर 

Gulmohar RWA election 2023

     जयपुर की आदर्श सोसाइटी में से एक गुलमोहर गार्डन जो अपने नाम के अनुरूप  अपनी सुंदरता और भव्यता के साथ लोगो के लिए स्वर्ग समान माना जाता हैं।। रिसोर्ट्सनुमा इस सोसाइटी में इन दिनों RWA के चुनाव का प्रचार प्रसार जोरो पर चल रहा हैं। और लोग आपसी प्रेम भावनाओ के साथ साथ पुरानी RWA द्वारा किए हुए कार्यों और आने वाले प्रत्याशी अपना विजन डॉक्यूमेंट के साथ साथ डोर टू डोर मतदाताओं से वोट मांगने के लिए ऐड़ी चोटी का जोर लगा रहे हैं।

उम्मीदवार जो चुनाव में भाग्य आजमा रहे हैं। 

RWA election 2023  Candidates

चुनाव प्रचार करते हुए प्रत्याशी और समर्थको के साथ


इस चुनाव में अध्यक्ष पद पर हरवेंदर जाखड़ की सीधी टक्कर  जशवंत भारद्वाज के साथ में हैं।। और सचिव पद के लिए एडवोकेट विनय शर्मा जी का मुकाबला ललित नागोरा से हैं।। अध्यक्ष पद पर राकेश पाल जी ने भी अपना पर्चा दाखिल कर मुकाबले को पेचीदा बना दिया हैं।। इन चुनावों में उपाध्यक्ष पद के लिए अनुराग शर्मा के साथ अन्य पदों पर मनोज मालिक ,प्रतीक झा, मंजू सैनी ,हरी सिंह जी यादव और अन्य लोगो ने भी अपनी दावेदारी ठोकी हैं।।।
इस सोसाइटी की अति सुंदर बात का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता हैं की आचार संहिता लगने के बावजूद काफी लंबे समय से श्रीराम मंदिर का अपूर्ण कार्य पूर्ण हो रहा हैं।  हैं वो भी बिना किसी भी मतभेद के। इस कार्य को पूर्ण करने में बसन्त शर्मा जी अपनी तन्मयता से श्रीराम मंदिर को भव्यता प्रदान करने में जुटे हुए हैं।
गुलमोहर गार्डन में करीब 600- 700 परिवार निवास करते हैं।। यंहा गार्डनिंग ,पार्क,सुख सुविधाओं के साथ इनके रख रखाव की जिम्मेदारी आशियाना मेंटेनेंस के पास होती हैं । जो RWA के दिशा निर्देश में कार्यों को पूर्ण करते हैं।। कई प्रत्याशी और मतदाताओं से बातचीत से पता चला की लंबे समय से बीसलपुर पानी की मांग/ATM मशीनें की कमी के साथ स्कूल बसों का सोसाइटी के अंदर आना जैसी बहुत सी समस्याएं हैं जिनका आने वाली RWA से लोग पूर्ण होने की आशा कर रहे हैं।। आने वाली 17 तारीख को गुलमोहर गार्डन में यह चुनाव एक उत्सव के रूप में मनाया जाता हैं।।

चुनाव कार्यालय का उद्धघाटन करते हुए निवासी 

Jakhar Pannel office inogration

वर्तमान प्रचार प्रसार से तश्वीर साफ होती नज़र आ रही है।  जिसमे अध्यक्ष पद की दौड़ में हरविंदर जाखड़ का अपने पैनल में उपाध्यक्ष पद के उम्मीदवार अनुराग शर्मा और सचिव पद के लिए अधिवक्ता विनय शर्मा,मनोज मलिक  और साफ़ छवि के उम्मीदवार  प्रतिक झा जी आगे नज़र आ रहे हैं। 

युवा टीम के साथ में गुलमोहर गार्डन के सीनियर सिटिज़न के साथ महिला समूह और स्पोर्ट्स ग्रुप भी पुरे जोर सौर से जीताने की कोशिश कर रहा हैं।  वंही पे पिछली RWA  के सदस्य नए चेहरों के साथ चुनाव में उतरे हैं।  जिनकी डगर उनके पुराने किये हुए निर्णयों और पक्षपात निति के चलते मुश्किल में दिखाई दे रही हैं।  वो अपने अनुभव के आधार पर अपने प्रत्याशी के साथ दिन रात एक करके व में वापसी की कोशिश कर रहे हैं।

 

 

 

 

शनिवार, 5 अगस्त 2023

राहुल गांधी को मोदी सरनेम पर राहत

राहुल गांधी को मोदी सरनेम पर राहत

      सुप्रीम कोर्ट ने 2019 के आपराधिक मानहानि मामले में कांग्रेस नेता राहुल गांधी की सजा पर शुक्रवार को रोक लगा दी.सुप्रीम कोर्ट ने राहुल गाँधी का सभी मोदी सरनेम वाले लोग चोर होते हैं को इतना बड़ा अपराध नहीं माना और एक चुने हुए सांसद जो की जनता का प्रतिनिधत्व करता हैं उसको सबसे बड़ी सज़ा नहीं देनी चाहिए।  राहुल गांधी को उनकी 'मोदी सरनेम' टिप्पण पर सुप्रीम कोर्ट ने केवल रोक लगाई हैं। और केस को सैशन कोर्ट में लड़ने का आदेश दिया हैं। और राहुल को कहा की उसे किसी को आहात करने वाले शब्दों से परेहज करना चाहिए।  सुप्रीम कोर्ट के इस निर्णय की सभी लोग लोकत्रंत की जीत बता रहे हैं।  कांग्रेस तो इसे किसी बड़े फेस्टिवल के तौर  पर जश्न मना रही हैं।  

       में व्यक्तिगत तौर पर कोर्ट के इस निर्णय से सहमत नहीं हु। कोर्ट एक तरफ कहा रहा हैं की राहुल गाँधी को किसी व्यक्ति विशेष के विरोद्ध में किसी समाज विशेष की भावनाओ को आहात करने से बचना चाहिए मतलब की ऐसा नहीं कहना चाहिए।  मुझे ऐसा लगा की सुप्रीम सुप्रीम कोर्ट ने भारतीय संविधान में बने कानून की बजाय एक शिक्षक की भूमिका निभाई हैं। और गाँधी परिवार का वारिश होने के नाते किसी को भी आहात करने का अप्रत्यक्ष अधिकार दे दिया हैं। 

      नहीं भूलना चाहिए की राहुल गाँधी और उसका परिवार कितने भ्रस्टाचारी  के केस में जमानत पर चल रहा हैं।  मेरा यह मत हैं की सुप्रीम कोर्ट को ऐसे निर्णय देने से बचना चाहिए अन्यथा अन्य राजनैतिक  लोग भी अलग अलग समाजो को चोर/भ्रस्टाचारी /रेपिस्ट/हत्यारे कहेंगे और उनकी भावनाओ को आहात करने का काम करेंगे।  बोलने की स्वत्रंता का यह कतई  मतलब नहीं हैं की मेरे को जो मन आया वो कह दिया।  भारत जैसे विशाल देश में यदि हम एक दूसरे की भावनाओ को समान नहीं करेंगे तो इसका नुकसान अनेकता में एकता पर पड़ेगा।  और कल राहुल जैसा और कोई सरफिरा / बददिमाग /बेबुद्धि लोग अपनी भाषा की मर्यादा को लांघेंगे।और यह भारतीय समाज की दृष्टि से एक गलत  उधारण होगा।  और देश के लिए शर्म की बात यह हैं की राहुल एंड टीम ने एक अज्ञानी व्यक्ति जो सार्वजानिक जीवन में भाषा का सयंम नहीं रख सकता देश का प्रधानमंत्री बनाना चाहता हैं ने देश का और कोर्ट का कितना समय बर्बाद कर दिया उसको देखने की जरुरत हैं। और बेशर्म कांग्रेस इस अज्ञानी व्यक्ति को दूल्हा बनाकर पेश करने की कोशिश कर रही हैं। 

      हमें नहीं भूलना चाहिए की भाषा आपके संस्कार और व्यक्तित्व का आयना होता हैं।  और जब आप एक सम्मानीय पद पर हो तो आपकी जिम्मेदारिया अधिक हो जाती हैं। यही राहुल गाँधी हैं जिसने कुछ दिन पहले तक देश के बाहर कहा था की भारत में लोकतंत्र जैसी कोई चीज नहीं हैं तब कितने भारतीय लोगो की भावनाये आहात हुई थी और देश के समान को ठेश पहुंची होगी।  इससे साफ़ होता हैं की यदि परिस्थियाँ मेरे पक्ष में हों तो लोकत्रंत जिन्दा हैं और विपरीत हैं हो लोकतंत्र जैसा कुछ भी नहीं। हमें याद रखना होगा की एक प्रधानमंत्री और सांसद रहते हुए गाँधी परिवार ने खरबो रुपयों की सम्पति इकट्ठा कर ली।  कोण सी फैक्ट्री /कलकारख़ाने थे इस परिवार के पास। केवल दलाली/कमिशनखोरी से देश की जनता के टैक्स का पैसा डकार कर खा गए। और मेरे देश को इस परिवार के पूर्व प्रधानमंत्री ने जंहा गरीब को रहत पहुंचाने का कार्य किया वंही इन्होने लूटने के अलावा कुछ नहीं किया। इसलिए जनता की अदालत में पप्पू को पास होना आसान नहीं होगा।   

मंगलवार, 25 जुलाई 2023

राजस्थान राजनीतिक में लाल डायरी का खेल

राजस्थान राजनीतिक में लाल डायरी का खेल

लाल डायरी का खेल

       राजस्थान में जैसे जैसे विधानसभा चुनाव का समय नजदीक आ रहा हैं राजनीतिक गतिविधियों में तेजी आगई हैं। पिछले दो दिन में विधानसभा में जो कुछ भी घटित हुआ वह निंदनीय हैं। 

      मामला राजेंद्र गुढ़ा के उसे बयान से शुरू हुआ जिसमे सचिन पायलट की तर्ज पर उन्होंने गहलोत सरकार को मणिपुर की बजाय राजस्थान में हो रही बलात्कार की घटनाओ पर केंद्रित करने की नसीहत दे डाली। राजेंद्र गुढ़ा झुंझुनू के उदयपुरवाटी से विधानसभा का चुनाव बहुजन समाज पार्टी की टिकट पर जीतकर आये थे।  

      अपनी ही सरकार को आइना दिखाने के चक्कर में गहलोत सरकार ताव में आगई और राजेंद्र गुढ़ा को सरकार में सैनिक कल्याण मंत्रालय से बर्खास्त कर सदन से बाहर का रास्ता दिखा दिया।  

        राजेंद्र गुढ़ा अशोक गहलोत के निकटम मंत्रियो में शुमार थे।  सचिन पायलट के गुरुग्राम प्रकरण के दौरान गुढ़ा बहुजन समाज पार्टी से जीतकर आये सभी 6 विधायकों के साथ गहलोत सरकार में शामिल हो गए थे और गहलोत सरकार को बचाने में संजीवनी का काम राजेंद्र गुढ़ा ने किया था।  और इसी की बदौलत अशोक गहलोत ने उसे सैनिक कल्याण मंत्रालय की जिम्मेदारी से नवाज़ा था। 

राजेंद्र गुढ़ा वैसे तो 2  बार से विधायक हैं।  और अपनी बेखौफ छवि के लिए जाने जाते हैं।  लेकिन गुढ़ा राजनीतिक में सत्यवादी बनने के चक्कर में भेंट चढ़ गए।
     कल जब विधानसभा की कारवाई शुरू हुई तब गुढ़ा एक लाल डायरी लेकर विधानसभा पहुंचे पहले उनको कांग्रेस के विधायकों ने गेट पर रोकने की पुरजोर कोशिश की लेकिन वो अंदर पहुँच गए।  और एक लाल डायरी लेकर सभापति सी पी जोशी  आसान के पास पहुँच गए और जानना चाहा की उनकी गलती क्या हैं।  इस पर सी पी  जोशी ने पहले उनको केबिन में मिलने को कहा पर जब राजेंद्र गुढ़ा नहीं माने तो उन्होंने गुढ़ा को बाउंसर की सहायता से विधानसभा के बाहर निकाल दिया गया। 

राजेंद्र गुढ़ा के आरोप 

      इस दौरान कांग्रेस के विधायकों ने गुढ़ा के साथ धक्का मुक्की की और गुढ़ा के अनुसार शांति धारीवाल ने उन्हें लात भी मारी और निचे गिरा दिया।  यह घटना गहलोत सरकार के लिए एक और निंदनीय कार्य की लिस्ट में जुड़ गया।  बाहर आकर गुढ़ा रोते हुए मीडिया को बताया की उसकी लाल डायरी को जबदरस्ती छीन लिया गया हैं जिसमे करीब 500 करोड़ के लेनदेन का व्यौरा था। 

गहलोत पर गंभीर आरोप 

     राजस्थान सरकार में गहलोत ने कैसे राज्य सभा के लिए MLA को पैसा देकर वोट कराया और इसी प्रकार से RCA के चुनाव में भी वैभव गहलोत के पक्ष में वोट करने के लिए पैंसे का लेनदेन किया। साथ ही गुढ़ा ने आरोप लगाया की गलत सरकार में बहुत से मंत्रियो के अलग अलग महिलाओ के साथ अवैध संबंध हैं।  

बीजेपी हमलावर

लाल डायरी

        इस घटना के बाद बीजेपी के नेता गहलोत सरकार पर हमलावर हो गए हैं। केंद्रीय जल मंत्री गजेंद्र सिंह, सतीश पुनिया , स्मृति ईरानी और राजेंद्र राठौड़ सहित सभी नेताओ ने कांग्रेस पर चौतरफा हमले शुरू कर दिए और लाल डायरी  का रहस्य जनता में उजागर करने की गुहार लगाई और आरोप लगाया की कांग्रेस सरकार जनता में अपना विश्वास खो चुकी हैं।

कांग्रेस के लिए गुढा बना नया सिर दर्द

      राजेंद्र गुढ़ा वो विधायक हैं जो बहुजन समाज पार्टी से पहली बार चुनाव जीता और सेकंड टाइम बहुजन समाज पार्टी के 6 विधायको के साथ गहलोत खेमे में शामिल हुए और गहलोत सरकार ने उन्हे सैनिक कल्याण मंत्री बनाया। लेकिन राजनीतिक में कोई किसी का दोस्त और दुश्मन नहीं होता। इसलिए गहलोत ने तुरंत प्रभाव से राजेंद्र गुढ़ा को पार्टी से निष्कासित ही नहीं किया बल्कि बाउंसरों से पिटाई भी कराई।। अब राजेंद्र गुढ़ा इसकी पूरी सियासत करेंगे और इसे शेखावाटी की अस्मिता का सवाल बनाएंगे।। और निश्चित इसका फायदा आने वाले विधानसभा चुनाव में फायदा लेंगे।।

राजेंद्र गुढ़ा की आज से ऊंट गाड़ी यात्रा शुरू 

       पूर्व सैनिक कल्याण मंत्री राजेंदर गुढ़ा ने आज से अपने विधासभा के पचलंगी पंचायत में हनुमान मंदिर झड़या से सुबह से शुरुवात करेंगे और लाल डायरी का राज जनता में लेकर जायेंगे और गांव ,ढाणी में जायेंगे और उसके खिलाफ हुए अत्याचार के बारे में जनता को बताएँगे। उधर कांग्रेस अपनी चिर परिचित अंदाज।में इसे अमित शाह और मोदी की चाल बता कर अपना पला झाड़ना चाहती हैं पर ये इतना आसान नहीं हैं। क्योंकि 27 तारीख को सीकर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक बड़ी जन सभा को सम्बोधित करेंगे और निश्चित ही लाल डायरी को लेकर गहलोत सरकार पर तीखे हमले करेंगे 

       अशोक गहलोत बड़ी मुश्किल से सचिन पायलट प्रकरण को साध कर चुनाव में जाने की पूरी तैयारी में थे  लेकिन लाल डायरी का नया जिन गहलोत के गले की फांद बन गया हैं।



शुक्रवार, 14 जुलाई 2023

पिकलबाल-राजस्थानी खेलेंगे अमरीकी खेल/कल से 2 दिवसीय प्रतियोगिता शुरू

 राज्य स्तरीय पिकलबॉल चैंपियनशिप सवाई मानसिंह स्टेडियम जयपुर में

राजस्थानी खेलेंगे अमरीकी खेल

     जयपुर सवाई मानसिंह स्टेडियम में 15 व 16 जुलाई से राजस्थानी खेलेंगे अमरीकी खेल राजस्थान पिकलबॉल एसोसिएशन के तत्वाधान में 2 दिवसीय प्रतियोगिता शुरू होगी ।इस प्रतियोगिता में राजस्थान के 15 जिलों के 150 खिलाड़ी भाग लेंगे ।
     पिकलबॉल खेल की इस प्रतियोगिता में राजस्थान स्टेट जूनियर और सीनियर पिकलबॉल टूर्नामेंट का आयोजन सवाई मानसिंह स्टेडियम में 15 व 16 जुलाई को होगा। टूर्नामेंट में 15 जिलों के 25 महिला खिलाड़ियों के साथ 150 खिलाड़ी भाग लेंगे। इसमें कुल 700 मैच खेले जाएंगे। टूर्नामेंट गौरव टेक्सटाइल और इंस्टाकैश लिस्ट और पिकलबॉल यूनाईटेड की ओर से आयोजित किया जा रहा है। राजस्थान पिकलबॉल एसोसिएशन के अध्यक्ष रघुराज सिंह ने बताया कि टूर्नामेंट में 8 से 80 साल तक के खिलाड़ी खेलेंगे। 

       पिकलबॉल के फाउंडर और मुख्य संरक्षक करण सिंह ने बताया कि 15 जिलों के खिलाड़ी टूर्नामेंट में भाग लेगे। सचिव रिपुदमन चंद्रावत ने बताया कि टूर्नामेंट अंडर - 16, अंडर- 19, अंडर-35, अंडर-50 और अंडर 60 आयु वर्ग के खिलाड़ी भाग लेंगे। चेयरमैन अश्विनी वाधवा ने बताया कि टूर्नामेंट राउंड रोबिन लीग के आधार पर खेला जाएगा। उसके बाद में नॉक आउट मैच खेले जाएंगे।


इस अमरीकी खेल की खास विशेषता हैं की इसे हर उम्र का व्यक्ति खेल सकता हैं। इसलिए इस प्रतियोगिता में पिता पुत्र की जोड़ी खेलते नजर आएगी तो साथ में चित्तौरगढ़ के दादा पोता ने भी अपना रजिस्ट्रेशन किया हैं।

            अभी हाल में चुरू जिले में भी डिजर्ट पिकलबॉल चैंपियनशिप का भव्य सफल आयोजन किया गया हैं।
           इससे पूर्व पिछले वर्ष आस्था वैदिक संस्थान सुमेरपुर पाली के तत्वाधान में राजस्थान स्टेट चैंपियनशिप का सफल आयोजन हो चुका हैं उसके बाद जोधपुर भीलवाड़ा सहित बहुत से जिलों में इस खेल के लिए नए ग्राउंड का निर्माण हुआ हैं इससे यह अंदाज लगाना मुश्किल नहीं की इस खेल का प्रसार कितनी तीव्र गति से हो रहा हैं।

मंगलवार, 11 जुलाई 2023

अरोमाथेरेपी और यज्ञ पद्धति से चिकित्सा

 अरोमाथेरेपी और यज्ञ पद्धति पर लेख 

अरोमोथेरपी और आयुर्वेदिक यज्ञ पद्धति से चिकित्सा से लाभ  

 For Aroma Products Click Here.......

      आरोमाथेरेपी एक प्रकार की चिकित्सा है जिसमें विभिन्न पौधों से प्राप्त किए जाने वाले तेलों का उपयोग किया जाता है, जबकि यज्ञ पद्धति में धूप, दाना और औषधियों के धुएं का उपयोग किया जाता है। आप दोनों तरीकों के विशेषताओं, उपयोगों और उनके प्रभावों की चर्चा करेंगे ।

       इस लेख में, आप यज्ञ पद्धति और अरोमाथेरेपी के प्रमुख उपयोगों पर ध्यान केंद्रित कर सकते हैं, जैसे कि शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य में सुधार, आंतरिक शांति और सक्रियता को बढ़ाने में मदद करना। आप दोनों पद्धतियों के शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक लाभों की चर्चा कर सकते हैं और उनके साथ-साथ चिकित्सा के विभिन्न क्षेत्रों में उनके उपयोग के उदाहरण प्रदान कर सकते हैं।

       हम अरोमाथेरेपी और यज्ञ पद्धति के बीच तुलनात्मक विश्लेषण करके पाठकों को इन दोनों चिकित्सा पद्धतियों के महत्वपूर्ण तत्वों के बारे में जागरूक करने में मदद करेगा। इसके अलावा, आप चिकित्सा के विभिन्न क्षेत्रों में यज्ञ पद्धति और अरोमाथेरेपी के प्रभावों पर प्रमाणित अनुसंधान और अध्ययनों के बारे में भी जान सकते है.

For Aroma Products Click Here...... 

अरोमाथेरेपी मुख्यत 4  प्रकार  की होती हैं होते हैं।

  1. वापर या इनहेलेशन आरोमाथेरेपी: इस प्रकार के आरोमाथेरेपी में, आप खुद को तेलों के उपयोग से सुगंधित वायु के संपर्क में रखते हैं। यहां तक कि आप तेलों को वापराया विशेष आरोमाथेरेपी डिफ्यूज़र में डालकर कमरे की वायु को ताजगी और शांति से भर सकते हैं।

  2. बाथ आरोमाथेरेपी: इस प्रकार के आरोमाथेरेपी में, आप तेलों को गर्म पानी में मिलाते हैं और फिर इस मिश्रण को स्नान के दौरान उपयोग करते हैं। यह ताजगी और स्थायित्व प्रदान करने के लिए मदद करता है और मानसिक तनाव को कम करने में मदद कर सकता है।

  3. मालिश आरोमाथेरेपी: इस प्रकार के आरोमाथेरेपी में, आप तेलों को संघटक तेलों के साथ मिश्रित करके शरीर पर मालिश करते हैं। यह शारीरिक और मानसिक तनाव को कम करने, मांसपेशियों को शांत करने और मन को ताजगी देने में मदद कर सकता है।

  4. स्थानिक आरोमाथेरेपी: इस प्रकार की आरोमाथेरेपी में, तेलों को विशेष स्थानों पर लगाया जाता है, जैसे कि आंखों के आसपास, चेहरे के आसपास या सबसे अधिक तनाव वाले भागों पर। इसका उपयोग दर्द को कम करने, तनाव को शांत करने और ध्यान को स्थिर करने में किया जाता है।

ये कुछ मुख्य आरोमाथेरेपी के प्रकार हैं, हालांकि, अन्य भी प्रकार हो सकते हैं जो विशेष उपयोग, विधि या एकाग्रता की आवश्यकताओं के अनुसार बदल सकते हैं। और अधिक जानकारी के लिए आरोमाथेरेपिस्ट से विचार विमर्श करके परामर्श ले सकते हैं।

For Purchase  Aroma Products Click Here

यज्ञ द्वारा सुगन्धित चिकत्सा पद्धति क्या होती हैं ?

       यज्ञ द्वारा सुगंधित चिकित्सा पद्धति, जिसे आरोमा यज्ञ या धूप यज्ञ भी कहा जाता है, एक प्राचीन चिकित्सा पद्धति है जिसमें वनस्पति के सुगंधित तत्वों का उपयोग उनकी सुगंध के माध्यम से होता है। यह पद्धति धूप यज्ञ या वनस्पति-यज्ञ के रूप में अन्य धार्मिक और आयुर्वेदिक परंपराओं में प्रचलित है।

इस पद्धति में, वनस्पति के विभिन्न भागों जैसे कि जड़, पत्तियाँ, फूल, लकड़ी, दारू, गुग्गुल, घास, लोबान आदि को सुगंधित धूप के रूप में जलाया जाता है। यह धूप यज्ञ धीमी आग में जलती है जिससे सुगंधित धुआं उत्पन्न होती है और वायु में फैलती है।

इस पद्धति को सुगंधित चिकित्सा के रूप में उपयोग करने के कई लाभ मान्यता प्राप्त हैं। इसका कहा जाता है कि सुगंधित धुआं के माध्यम से वनस्पति के तत्व वायुमंडल में प्रविष्ट होते हैं और शरीर और मन पर गहरा प्रभाव डालते हैं। यह माना जाता है कि इसके उपयोग से श्वसन प्रणाली, श्वासनली, नसों, मस्तिष्क, और मन को सक्रिय किया जा सकता है।

हालांकि, इस पद्धति का वैज्ञानिक आधार और आयुर्वेदिक प्रमाण प्राप्त करने के लिए अधिक शोध और अध्ययन की आवश्यकता है। सुगंधित चिकित्सा पद्धति का उपयोग करने से पहले सलाह और सावधानी से इसका उपयोग करना चाहिए, विशेष रूप से यदि किसी व्यक्ति को किसी वनस्पति से एलर्जी हो सकती है या उनकी स्वास्थ्य स्थिति विशेष हो।

 

अरोमोथेरपी और सुगन्धित चिकत्सा पद्धति में क्या अंतर हैं ?

For Aroma Products Click Here ....... 

अरोमाथेरेपी और सुगंधित चिकित्सा पद्धति दोनों ही चिकित्सा तकनीकें हैं जो तत्वों के सुगंधित प्रयोग के माध्यम से स्वास्थ्य और कल्याण को प्रोत्साहित करती हैं। यहां इन दोनों पद्धतियों के बीच कुछ मुख्य अंतर हैं:

  1. उपयोग का तरीका: अरोमाथेरेपी में, आरोमातिक तेलों का उपयोग किया जाता है जो वनस्पति से प्राप्त किए जाते हैं, जबकि सुगंधित चिकित्सा पद्धति में वनस्पति के अन्य तत्वों, जैसे कि जड़, पत्तियाँ, फूल, विटामिन, खाद्य पदार्थ आदि का उपयोग किया जाता है।

  2. उपयोग की विधियाँ: अरोमाथेरेपी में, आरोमातिक तेलों को वापर के द्वारा, मालिश के द्वारा, इनहेलेशन के द्वारा या स्नान में मिलाकर उपयोग किया जाता है। सुगंधित चिकित्सा पद्धति में, वनस्पति के तत्वों का उपयोग चयनित पदार्थों, जैसे पाउडर, पेस्ट, दवा, अभिषेक, प्रक्षालन आदि के रूप में किया जाता है।

  3. चिकित्सात्मक गुणों का प्रयोग: अरोमाथेरेपी में, आरोमातिक तेलों की विशेषताएं और चिकित्सात्मक गुणों का उपयोग किया जाता है। सुगंधित चिकित्सा पद्धति में, वनस्पति के तत्वों की सुगंधित गुणों और उनके चिकित्सात्मक लाभों का प्रयोग किया जाता है।

  4. चिकित्सात्मक पदार्थों का चयन: अरोमाथेरेपी में, चयनित तेलों का उपयोग किया जाता है, जो विशेषता के आधार पर चुने जाते हैं और विशिष्ट उपयोग के लिए योग्य माने जाते हैं। सुगंधित चिकित्सा पद्धति में, चयनित वनस्पति के तत्वों का उपयोग किया जाता है, जो उपचार के लिए समर्पित वनस्पतियों के रूप में चुने जाते हैं।

ये कुछ मुख्य अंतर हैं अरोमाथेरेपी और सुगंधित चिकित्सा पद्धति के बीच। हालांकि, ये दोनों पद्धतियाँ सुगंधित चिकित्सा में तत्वों के उपयोग पर आधारित हैं और शरीर, मन और आत्मा को स्वास्थ्य और सुख की ओर प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से काम करती हैं

प्रमुख आरोमाथेरेपी तेल

प्रमुख आरोमाथेरेपी तेलों के नाम हैं जो हिंदी में उपलब्ध होते हैं:

  1. लैवेंडर तेल (Lavender oil)

  2. टी ट्री तेल (Tea Tree oil)

  3. चमेली तेल (Jasmine oil)

  4. संडलवुड तेल (Sandalwood oil)

  5. रोजमेरी तेल (Rosemary oil)

  6. लेमनग्रास तेल (Lemongrass oil)

  7. य्लांग-य्लांग तेल (Ylang-Ylang oil)

  8. पचरी तेल (Patchouli oil)

  9. पीपरमिंट तेल (Peppermint oil)

  10. इवनिंग प्राइमरोज़ तेल (Evening Primrose oil)

ये कुछ आरोमाथेरेपी तेल हैं, जो विभिन्न स्वास्थ्य और सुंदरता समस्याओं में उपयोग होते हैं। याद रखें, आरोमाथेरेपी तेलों का उपयोग करने से पहले उनके उपयोग, गुण, और सुरक्षा के संबंध में विशेषज्ञ या वैध व्यक्ति से सलाह लेना उचित होगा।

For Aastha Dhoop click here.....

 


 

बदलाव ही हैं आपके अस्तित्व का आधार

आपकी होशियारी रखी रह जाएगी यदि आपने नहीं किये बदलाव         इंसान सब कुछ भूल सकता हैं लेकिन यह तस्वीर में दिए हुए बदलाव को नहीं भूल सकते। जि...