शुक्रवार, 31 मार्च 2023

IPL उद्घाटन समारोह/आज का मैच/मैच का समय/टीम/खिलाड़ी

 IPL/31st मार्च 2023/गुजरात टाइटंस और चेन्नई सुपर किंग्स

आज क्रिकेट का महासंग्राम भारतीय प्रीमियम लीग (IPL) की धमाकेदार शुरुवात नरेंद्र मोदी स्टेडियम अहमदाबाद में सांय 7.30 बजे होगी।  उद्घाटन मैच गुजरात टाइटंस और चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) के बीच खेला जाएगा।

दिनांक 31st मार्च 2023

स्थान -नरेंद्र मोदी स्टेडियम अहमदाबाद
मैच -गुजरात टाइटंस और चेन्नई सुपर किंग्स
कैपेटिंस हार्दिक पांडे v/s एमएस धोनी
क्रिकेट का महासंग्राम आज वर्तमान चैंपियन गुजरात टाइटंस और चेन्नई सुपर किंग्स के बीच खेला जाएगा।

धोनी के खेलने पर सस्पेंस

मैच से पहले सीएसके के लिए चिंताजनक खबर हैं की अभ्यास के दौरान एमएस धोनी के बांए घुटने में चोट लगी थी इसके कारण वो 30th मार्च को प्रैक्टिस के लिए स्टैटिडम आए लेकिन बलेबाजी नही की।
यदि धोनी इस मैच में नही खेलते हैं तो बेन स्टोक्स या रविंद्र जडेजा को कप्तानी की जिम्मेदारी दी जा सकती हैं। CSK  के CEO काशी विश्वनाथ को पूरी उम्मीद हैं की धोनी पहला मुकाबला खेलेंगे।


दोनो टीमों में कांटे की टक्कर की संभावना

CSK टीम

    जब CSK की टीम मैदान पर उतरेगी तो सबकी नजरें धोनी पर होगी। टीम की बैटिंग का जिम्मा डेवोन कोनवे के साथ ऋतुराज गायकवाड,मोइन अली , अंबाती रायुडू,बेन स्टोक्स,ऑल राउंडर शिवम दुबे के साथ धोनी के कंधो पर होगी । सर रविंद्र जडेजा बॉल और बैट से टीम को मजबूती देने का काम करेंगे। गेंदबाजी में दीपक चाहर ,बेन स्टोक्स,शिवम दुबे और राजवर्धन हंगारगेकर की तेज गेंदबाजी की कमान होगी और स्पिन में जडेजा और मोइन का साथ देंगे महिष तिक्ष्णा।राजवर्धन इस मैच से IPL में अपना डेब्यू कर सकते हैं।

गुजरात टाइटंस

   वर्तमान चैंपियन गुजरात अपने पहले ही संस्करण में खिताब जीत कर उत्साह से ओत प्रोत होगी। टीम को युवा सुभमन गिल और रिद्धिमान साहा की ओपनिंग जोड़ी से धमाकेदार शुरुवात की अपेक्षा होगी। टीम में केन विलियमसन,डेविड मिलर और मैथ्यू वेड का अनुभव मिलेगा जो आवश्यकता के अनुसार मैच का रुख बदलने के काम आएगा।मिडिल ऑर्डर में आल राउंडर विजय शंकर ,राहुल तेवतिया और कैप्टन हार्दिक पांडे पर तेजी से रन बनाने की जिम्मेदारी होगी। बॉलिंग डिपार्टमेंट में स्पिनर राशिद खान और मोहम्मद शमी के हाथो में होगी।
संभवत ओपनिंग मैच में एक जबर्दस्त भिडंत देखने को मिलेगी।

गुरुवार, 30 मार्च 2023

कैलाश मानसरोवर यात्रा को लेकर सुखद समाचार

 मानारोवर की यात्रा अब मात्र 7 दिन में

  भगवान शिव का निवास स्थान कैलाश पर्वत के दर्शन कोन श्रद्धालु नही करना चाहेगा। भारतीय लोगो के लिए हमेशा से ही मानसरोवर यात्रा चुनौतीपूर्ण रहीं हैं। चीन नेपाल रास्ते से कैलाश दर्शन जटिलताओं और डर से भरा होता हैं।भारत सरकार के परिवहन मंत्री नितिन गडकरी के अनुसार 2023 में सड़क निर्माण पूर्ण हो जायेगा अभी तक निर्माण कार्य 85%तक पूरा हो चुका हैं।

मानसरोवर का भारतीय मार्ग

 भारत सरकार के विदेश मंत्रालय द्वारा मानसरोवर यात्रा के लिए 3 रास्ते निर्धारित हैं।लिपुलेख दर्रा जो उत्तराखंड से गुजरता है। द्वितीय मार्ग हैं नाथुला दर्रा जो सिक्किम से निकलता हैं और तीसरा रास्ता हैं जो काठमांडू से होकर जाता है ।और ये तीनो रास्ते ही जोखिम से भरे हुए हैं जिसमे 25 से 30 दिन का वक्त लगता हैं।


नया मार्ग अब मात्र 7 दिन में पूर्ण होगा।

परिवहन मंत्री नितिन गडकरी के अनुसार सब कुछ ठीक रहा तो दिसंबर 2023 में भारत के श्रद्धालु उतराखंड के पिथौरगढ़ से 25 दिन की यात्रा मात्र 7 दिन में सुगमता से पूर्ण कर पाएंगे।


मानसरोवर के नए रूट की सम्पूर्ण जानकारी 


 

जहां लिपुलेख से कैलाश मानसरोवर पहुंचने में यात्रियों को बर्फीले मौसम का सामना करते हुए 19500 फीट की ऊंचाई पर करीब 90 किलोमीटर की ट्रैकिंग करनी पड़ती हैं। अब इन यात्रियों को उत्तराखंड के पिथौरगढ़ से मनारोवर के लिए पिथौरगढ़ से तवाघाट तक 107.6 किलोमीटर तथा तवाघाट से घटियाबाढ़ तक 19.5 किलोमीटर सिंगल लेने हैं जिसे BRO द्वारा डबल रोड में बदला जा रहा हैं। और तीसरा घटियाबगढ से लिपुलेख दर्रे यानी चीन सीमा तक हैं जो करीब 80 किलोमीटर तक पैदल यात्रा द्वारा ही तय किया जा सकता हैं। Read More...

बुधवार, 29 मार्च 2023

चन्द्र प्रकाश जोशी जीवन परिचय /Chandra Prakash Joshi Biography in Hindi/धन्यवाद ज्ञापन

 चन्द्र प्रकाश जोशी जीवन परिचय /Chandra Prakash Joshi Biography in Hindi

धन्यवाद ज्ञापन...Watch Video..

चंद्रप्रकाश जोशी राजस्थान से भाजपा के नयी पीढ़ी के कर्मठ कार्यकर्त्ता के तौर पर अपनी पहचान रखते हैं। राजस्थान में इस वर्ष अंत तक चुनाव होने है और बीजेपी के लिए राजस्थान जितने से बड़ा कोई मुद्दा नहीं हैं।  इसलिए पार्टी आपसी गुटबाजी और मतभेद से दूर एक साफ़ और ईमानदार और बेदाग छवि के कार्यकर्ता के हाथ में बीजेपी की कमान दे कर सबको चौंका दिया हैं। क्योंकि बड़ी बात यह है कि सीपी जोशी किसी भी खेमे में नहीं रहें है।

       अब सीपी जोशी पर राजस्थान बीजेपी में एकता बनाये रखने के साथ साथ इस बार राज्य में पार्टी के लिए जीत को सुनिश्चित करना ही एक  महत्वपूर्ण दायित्व होगा।

      सी पी  जोशी  चित्तौड़गढ़ से दो बार के सांसद और राजस्थान बीजेपी के नव नियुक्त  प्रदेश अध्यक्ष श्री चंद्रप्रकाश जोशी की जीवनी (Chandra Prakash Joshi Biography in Hindi) के बारें में जानकारी देने वाले है। 

 नाम चंद्र प्रकाश जोशी
उम्र 47 साल
जन्म तारीख 04 नवंबर 1975
जन्म स्थान भदसौरा, चित्तौड़गढ़, राजस्थान
शिक्षा बी.कॉम

कॉलेज

मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय, उदयपुर

वर्तमान पद

राजस्थान बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष और चित्तौड़गढ़ सांसद

व्यवसाय

राजनेता

राजनीतिक दल

भारतीय जनता पार्टी

वैवाहिक स्थिति

विवाहित

पिता का नाम

स्वर्गीय श्री रामचंद्र जोशी

माता का नाम

श्रीमती सुशीला जोशी

पत्नी का नाम

श्रीमती ज्योत्सना जोशी

बच्चे

एक बेटा और एक बेटी

स्थाई पता

61, सोमनगर-II, मधुबन सेंथी, चित्तौड़गढ़, राजस्थान

वर्तमान पता

3, फिरोजशाह रोड, नयी दिल्ली

फोन नंबर

09414111371, (011) 23388124

ईमेल

Cpjoshi.mp@sansad.nic.in, cpjoshicor@gmail.com

Assets

Rs.1,97,25,115

Liabilities

Rs.100000

criminal record

0

चंद्रप्रकाश जोशी का राजनीतिक करियर


     सीपी जोशी के सक्रिय राजनीतिक जीवन की शुरुआत 1995 में छात्र संघ के उपाध्यक्ष बनने के साथ हुआ था. बाद में उन्होंने जिला परिषद् के सदस्य के तौर पर कार्य किया और क्षेत्र के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. इससे वह पंचायत समिति के सदस्य भी रह चुके है. इसके बाद वह स्टेट वर्किंग कमिटी के मेंबर और फिर भाजपा से जुड़कर पार्टी में सक्रिय हो गए. उन्होंने पार्टी में राज्य उपाध्यक्ष, भारतीय जनता युवा मोर्चा, जिला उपाध्यक्ष, जिला महासचिव, जिला अध्यक्ष, जिला मंत्री जैसे कई पद पर आसीन हुए.


   सीपी जोशी पहली बार 2014 में राजस्थान के चित्तौड़गढ़ से सांसद चुने गए थे. दूसरी बार 2019 में भी उन्हें अपनी सीट से सफलता मिली. लेकिन यहाँ महत्वपूर्ण बात यह है कि उनकी जीत साधारण जीत नहीं थी. 2014 में उन्होंने अपने प्रतिद्वंदी कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गिरिजा व्यास से 3 लाख 16 हजार 857 वोट से जीत का रिकॉर्ड अपने नाम किया था और आश्चर्य की बात है कि उन्होंने 2019 में अपने ही पिछले रिकॉर्ड को तोड़ते हुए अपने प्रतिद्वंदी कांग्रेस के गोपालसिंह शेखावत ईडवा को 5 लाख 76 हजार 247 वोटो से पराजित किया. इस प्रकार उन्होंने राजस्थान के चित्तौड़गढ़ में जीत का लगातार रिकॉर्ड बनाया.

मोदी का ऐतिहासिक भाषण।

 बीजेपी कार्यालय का उद्घाटन समारोह।

दिल्ली बीजेपी कार्यालय का उद्घाटन समारोह

    आज देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली में बीजेपी कार्यालय का उद्घाटन समारोह में 2024 का धरातल तैयार कर दिया और चुनावो का बिगुल बजा दिया। पीएम ने निर्माण कार्य में लगे लोगों से भी बात की। इस मौके पर भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, गृहमंत्री अमित शाह, परिवहन मंत्री नितिन गडकरी और वरिष्ठ भाजपा नेता मुरली मनोहर जोशी भी मौजूद थे। यहां पहुंचने पर पीएम मोदी ने पूजा-अर्चना की। इस दौरान जेपी नड्डा ने कहा कि प्रधानमंत्री जी का पार्टी के प्रति प्यार, लगाव, समर्पण...यह हम सभी कार्यकर्ताओं के लिए सीखने वाली बात है। ये हम सभी को अपने जीवन-शैली में उतारना और पार्टी के प्रति समर्पित रहना...ये हमें उनसे संस्कार मिला है।

मोदी के भाषण के मुख्य अंश।


*यह बीजेपी कार्यालय का नही हमारे सपनों का विस्तार हैं। हमारा कार्यकर्ता इसकी आत्मा हैं।


*दो लोकसभा सीटों से शुरू हुआ सफर 303 तक पहुंच गया हैं।


*बीजेपी युवाओं को 25% नेतृत्व दे रही हैं। महिला इंपावरमेंट में विश्वास रखने वालीं पार्टी हैं बीजेपी।


*बीजेपी भारत ही नहीं दुनिया की सबसे बड़ी और विश्वसनीय पार्टी बनकर उभरी हैं।


*पीएम मोदी ने कहा कि हमारे पास संवैधानिक संस्थाओं का मजबूत आधार है। इसलिए भारत को रोकने के लिए संवैधानिक संस्थाओं पर हमले हो रहे हैं।

"1984 में जो हुआ उसे देश कभी भूल नहीं सकता"

      उसके बाद जो चुनाव हुआ उसमे कांग्रेस को बड़ा बहुमत मिला लेकिन हमने  होंसला नही हारा और दो सीट से 2019 में 303 तक का सफर तय किया "

     BJP केवल चुनाव लड़ने और जीतने तक ही सीमित नहीं है बल्कि BJP एक व्यवस्था है,BJP एक विचार है,BJP एक संगठन है,BJP एक आंदोलन है। बीजेपी बदलाव की भी प्राणशक्ति है.

    हमें भाजपा को एक ऐसी संस्था के रूप विकसित करना है जिसके पास अगले 10 साल-50 साल तक लक्ष्य निर्धारित हो। इसके लिए 3 बातें जरूरी है-अध्ययन, आधुनिकता और विश्वभर से अच्छी बातों को आत्मसात करने की शक्ति"

      मोदी ने कहा की हमने चुनावी हार के लिए कभी दूसरों को दोष नहीं दिया... हमारे संस्थानों की विश्वसनीयता पर सवाल उठाए जा रहे हैं। जो लोग भ्रष्टाचार में लिप्त हैं, जब उनकी जांच एजेंसी कर रही है, तो एजेंसियों को निशाना बनाया जा रहा है


भ्रष्टाचार पर चोट से विपक्ष को दिक्कत

      उन्होंने कहा कि जब भाजपा आती है तब भ्रष्टाचार भागता है। प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग (PMLA) के तहत कांग्रेस की सरकार (2004-2014) में 5000 करोड़ रुपए की संपत्ति जब्त की गई। इसी एक्ट के तहत भाजपा ने पिछले 9 सालों में 1 लाख 10 हजार करोड़ रुपए से अधिक संपत्ति जब्त की है।


PM मोदी ने कहा कि आज देश में लोग भ्रष्टाचार पर चोट से खुश हैं। देशवासी समझता है कि भ्रष्टाचार रुकेगा तभी देश आगे बढ़ेगा, लेकिन कुछ राजनीतिक दलों को इससे दिक्कत है। Read More...




मंगलवार, 28 मार्च 2023

IPL 2023 के नए नियम

 इंपैक्ट प्लेयर रूल

    इंडियन प्रीमियम लीग 2023 में कुछ नियमो में तब्दीली देखने को मिलेगी। सबसे महत्वपूर्ण नियम लागू हुआ हैं इंपैक्ट प्लेयर रूल।ये क्या हैं इसे समझते हैं।इस नियम के तहद आईपीएल मैच के बीच टीम प्लेइंग -11 में शामिल किसी एक खिलाड़ी को बेंच पर बैठे रिजर्व प्लेयर्स से बदला जा सकता हैं।टीमों को टॉस के बाद प्लेइंग -11 बतानी होगी। साथ में 4-4  रिजर्व खिलाड़ियों का नाम भी लिस्ट में देना होगा। और इन्ही 4 खिलाड़ियों में से किसी एक को इक्पैक्ट खिलाड़ी के तौर पर प्लेइंग 11 में किसी एक खिलाड़ी को बदला जा सकता हैं।इंपैक्ट प्लेयर से निश्चित ही टीमों में ऑलराउंडर पर निर्भरता कम होगी।इस नियम का इस्तेमाल दोनो पारियों में केवल एक बार ही किया जा सकेगा। और वो भी 14 ओवर से पहले पहले।इसमें बैटिंग और बॉलिंग कर चुके खिलाड़ी को भी रिप्लेस किया जा सकेगा। इंपैक्ट प्लेयर अपने को पूरे मैच में 4 ओवर बॉलिंग और पूरे ओवर बैटिंग करने का मौका मिलेगा।

कब कब इंपैक्ट प्लेयर काम में ले सकते हैं।

*यदि टीम 11 में से 4 प्लेयर विदेशी होंगें तो इंपैक्ट प्लेयर भारतीय ही होगा।

* जब कोई खिलाड़ी इंजर्ड हो जाए तब इंपैक्ट प्लेयर से रिप्लेस किया जा सकता हैं।

*जब टीम में बॉलर्स अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पा रहे हो उस समय किसी एक इंपैक्ट प्लेयर को लिया जा सकता हैं .*ओवर समाप्त होने के बाद या विकेट गिरने के बाद या ब्रेक में ,स्ट्रेटेजिक टाइम आउट या पारी समाप्त होने पर ही इंपैक्ट प्लेयर को बुलाया जा सकता हैं। खेले के बीच में उसे रिप्लेस नही किया जा सकता। इंपैक्ट प्लेयर को बदलने के लिए फील्ड अंपायर को बताना होगा। वो अपने दोनो हाथो को हवा में क्रॉस का साइन बना कर इंपैक्ट प्लेयर को बदलने का इशारा देगा।

* चार रिजर्व खिलाड़ियों में से देशी या विदेशी प्लेयर्स कोई भी हो वो इंपैक्ट खिलाड़ी के तौर पर मैदान में उतर सकता हैं। देशी खिलाड़ी को विदेशी से या विदेशी खिलाड़ी को देशी खिलाड़ी से बदला जा सकता हैं।जो खिलाड़ी रिप्लेस होकर मैदान के बाहर जाने के बाद वो दुबारा मैच में बॉलिंग ,बैटिंग,कीपिंग या फील्डिंग के लिए नहीं आ सकता।इंपैक्ट प्लेयर्स में अब उसकी स्ट्रेंथ के अनुसार ही सेलेक्ट किया जा सकेगा। इससे ऑल राउंडर खिलाड़ी का इंपैक्ट कम होगा। टीमें अब टीमें स्पेशलिस्ट बैट्समैन से बैटिंग कराने के बाद उसे बॉलर से रिप्लेस कर देंगी। ऐसे ही पहले स्पेशलिस्ट बॉलर से बॉलिंग कराने के बाद बेहतरीन बैट्समैन को शामिल कर लेंगी।

वाइड और नो -बॉल के लिए DRS संभव

      डिसीजन रिव्यू सिस्टम (DRS) से पहले टीम केवल आउट और नॉटआउट दिए जाने पर DRS के नियम का प्रयोग करते थे इसमें अंपायर के निर्णय को चुनौती दी जाती थी उसके बाबा कप्तान DRS रिव्यू लेता हैं जिसमे निर्णय 3rd अंपायर के पास रेफर किया जाता हैं जो तकनीकी की सहायता से बारीकी से देखता हैं और सटीक निर्णय लिया जा सकता हैं।इसी प्रकार से IPL 2023 में वाइड और नो बॉल के लिए भी 3rd अंपायर का रुख किया जा सकेगा।वो निर्णय की समीक्षा कर के अंतिम निर्णय देगा।

                 डेड बॉल का नियम क्या ?

      जब बॉलर के द्वारा बॉल फेंकी जाती हैं। जैसे ही बॉलर बॉल को अपने हाथ से छोड़ देता हैं। उसके बाद बॉलर भी फील्डर में काउंट हो जाता हैं। उसके बाद बैट्समैन और फील्डर दोनो के बीच बॉल जाति हैं जब दोनो पक्ष यानी की बैट्समैन एंड फील्डर बॉल को खेलने के रूप में देखना बंद कर देते हैं तब बॉल को डेड मान लिया जाता हैं। गेंद डेड हुई या नहीं ये फैसला अंपायर के अधिकार क्षेत्र में आता हैं।

धीमी गेंदबाजी रेट पर पेनेल्टी का प्रावधान

      IPL -2023 में यदि बॉलिंग टीम निर्धारित समय में तय ओवर नही फेंकती तो उसे 30 गज के बाहर पांच के बजाय केवल चार खिलाड़ी से ही फील्डिंग करने की अनुमति दी जाती हैं।इसे स्लो ओवर रेट पैलेंटी कहा जाता हैं।


 

सोमवार, 27 मार्च 2023

राजस्थान भाजपा की कमान सीपी जोशी के हाथो में।

 मोदी, शाहा और नडा के एक तीर से कई निशाने

                                 

     राजस्थान बीजेपी के नए अध्यक्ष चंदप्रकाश जोशी ने आज पदग्रहण संभाला। नवरात्रों में आज राजस्थान बीजेपी के नए अध्यक्ष चित्तौड़गढ़ से सांसद सीपी जोशी ने राजस्थान भाजपा के नए अध्यक्ष पद के सम्मान समारोह में सभी नेताओ और कार्यकर्ताओं के बीच पदभार ग्रहण किया।इस अवसर पर राजस्थान भाजपा के वर्तमान अध्यक्ष सतीश पूनिया,राजेंद्र राठौड़,भाजपा महासचिव महेश जोशी ,अरुण सिंह सहित सभी सीनियर नेताओं ने स्वागत किया और अपन समर्थन सीपी जोशी को दिया।

       सीपी जोशी ने अपने संबोधन में कुछ बाते कही जो जनता को को समझने के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं। कार्यकर्ताओं को कहा की आप मेरे जयकारे में नारे नही लगाए। में आपके जैसे एक सामान्य कार्यक्रता हूं। मुझे कुछ साथीयों ने कंधे पर उठाने को कहा लेकिन में आप के कंधे पर नही कंधे से कंधा लगाकर काम करेंगे। ये शब्द बताते हैं की भाजपा आलाकमान ने कैसे व्यक्ति को राजस्थान की कमान दी हैं। सीपी जोशी एक सामान्य किसान परिवार से संबंध रखते हैं और राजस्थान में नीचे स्तर से काम करके इस मुकाम तक आएं हैं। सीपी जोशी राजस्थान भाजपा के 14वे अध्यक्ष हैं। चित्तौड़गढ़ से 2014 और 2019 में लोकसभा के लिए मनोनीत हुए हैं। अपने छोटे से जीवन में वो भाजपा यूथ विंग के अध्यक्ष रह चुके हैं।भाजपा युवा मोर्चा के स्टेट प्रेसिडेंट भी रह कर कार्य कर चुके हैं।

       अपने सम्बोधन में  जोशी ने कार्यकर्ताओ का आह्वान किया की आज के बाद आने वाले 6 महीनो तक हमें कंधे से कन्धा मिलाकर कांग्रेस की नींद हराम कर देनी हैं।  हमें होर्डिंग्स लगनी हैं लेकिन उस पर सरकार के किये हुए कार्यों को जनता को दिखाना और बताना हैं।  शिक्षा,स्वास्थ ,सुरक्षा, धारा ३७०, गरीबो के लिए पक्के घर,घर-घर जल, राममंदिर से लेकर कैन्हया लाल हत्याकांड तक की बाते  जनता तक लेकर जानी हैं। 

मेवाड़ और ब्राह्मण समाज को साधने की कोशिश।

ये सही हैं की गुलाबचंद कटारिया को राज्यपाल बनाने के बाद मेवाड़ के एक कद्दावर नेता की कमी को पूरा करने का काम निश्चित सीपी जोशी करेंगे। साथ में भाजपा का कोर वोटर ब्राह्मण समाज को चुनावों से पहले ये सौगात देकर एक बड़ा दांव भाजपा में खेला हैं।

युवाओं को नेतृत्व

    नए अध्यक्ष सीपी जोशी भाजपा के यूथ विंग के अध्यक्ष रह चुके हैं वो युवा मोर्चा के स्टेट प्रेसिडेंट पद को सुशोभित कर चुके हैं। निश्चित इससे भाजपा को युवाओं में अपनी पकड़ को मजबूत करने में सहायता मिलेगी। 

       यह कहा जा सकता हैं की मोदी, शाहा और नडा की तिकड़ी ने राजस्थान में अपना वजीर मैदान में उतार दिया हैं। और अब बिसात बिछ चुकी हैं आने वाले विधानसभा चुनावों की और धरातल तैयार होने लगा हैं 2024 के लोकसभा का। अब देखना हैं की कांग्रेस सचिन और गहलोत की खींचतान के बीच कैसे सामना करती हैं। Read More...





मरुप्रदेश अब मांग नहीं हक़ हैं

     मरुप्रदेश अब मांग नहीं हक़ हैं

Jaisalmer Temple

 

 मरू प्रदेश की मांग कोई नई नही हैं। राजस्थान निर्माण समय से अलग अलग रूप में नए राज्य के  निर्माण की मांग जनता द्वारा की जाती रही हैं। कारण बहुत साफ हैं।जब किसी क्षेत्र का सर्वांगीण विकास देश दुनिया की गति से नहीं होता हो।और क्षेत्र की भाषा,रीति रिवाज, संस्कृति और भौगोलिक संरचना भिन्नता से परिपूर्ण हो।

        जो दुनियां का 09 वाँ सबसे गर्म स्थान  हो।जहां वर्ष भर तेज धूलभरी आंधियां,बंजड़ जमीन,कंटीली झाड़ियां,विपदाओं भरा जीवन,पानी की अनुउपलब्धता,पशुपालन पर आधारित अर्थव्यवस्था व रोजगार की तलाश में भटकते नागरिक, स्वास्थ सेवाओं के लिए 200-300 किलोमीटर का सफर, राजधानी की दूरी ,रुकने ठहरने की समस्या और खर्चा साथ में शारीरिक मानसिक थकान जैसी विषम परिस्थितियों में कोई भी राज्य  विकास की धारा से संपूर्ण विलय बहुत मुश्किल हैं।इसलिए राजस्थान को दो भागों में विभाजित करके मरूप्रदेश का निर्माण करना जनता जनार्धन के साथ भारत के विकास में अहम फैसला हो सकता हैं। जो राज्य दुनिया के 109 देशों से भी क्षेत्रफल में बड़ा हो। वो देश के विकास में मुख्य भूमिका निभा सकता हैं।

 मरुप्रदेश का संभावित प्रशासनिक स्वरुप

      वर्तमान राजस्थान जो की 10 संभाग और 50 जिलों में वर्गीकृत हैं। यदि हैं निम्न 19 जिलों के साथ 4 संभाग को मरूप्रदेश से जोड़ते हैं तो एक नए राज्य को जन्म दे सकते हैं।

राज्य - मरूप्रदेश

राजधानी मुख्यालय - जोधपुर

सम्भांग की लिस्ट

1.जोधपुर

2.पाली

3.सीकर

4.बीकानेर

जिला मुख्यालय की लिस्ट

1.अनूपगढ़

2.गंगानगर

3.हनुमानगढ़

4.बीकानेर

5. नागौर

6.सीकर

7.डीडवाना

8.कुचामनसिटी

9.ब्यावर

10.पूर्वी जोधपुर

11.फलोदी

12.जैसलमेर

13.बालोतरा

14 बाड़मेर

15. सांचौर

16. जालौर

17.सिरोही

18.पाली

19.पश्चिमी जोधपुर

संभावित भौगोलिक भू-भाग


मरुप्रदेश का क्षेत्रफल- 2,13,883 वर्ग किमी.

मरुप्रदेश की जनसंख्या- 2,85,65,500

मरुप्रदेश की साक्षरता दर 63.80%

मरुप्रदेश में गरीब 68.85 लाख

मरुप्रदेश में शिक्षित बेरोजगार 10 लाख

मरुप्रदेश की प्रति व्यक्ति आय 252 ₹

          यह संभावित डाटा हमे नया मरूप्रदेश बनाने की और अग्रसर होने को विवश करता हैं। जो व्यक्ति इस भू भाग में विचरण कर चुका हैं वो कह सकता हैं की आज भी इस क्षेत्र का ग्रामीण परिवेश आजादी के 75 साल बाद भी देश की मुख्य धारा से 25-30 वर्ष पिछड़ा हुआ हैं।

मरुप्रदेश का इतिहास 

       यह बात किसी से छुपी हुई नहीं है कि राजस्थान निर्माण के दौरान बीकानेर और जोधपुर रियासत ने विलय कब पूरी ताकत से विरोध किया था तत्कालीन जोधपुर महाराजा हनवंत सिंह पहली लोकसभा में काली पगड़ी पहनकर पहुंचे थे 1953 में श्रीमान प्रताप सिंह पूर्व मंत्री बीकानेर स्टेट नेवी बीकानेर का राजस्थान विलय के विरोध में बंद का आह्वान किया था लेकिन सरकार ने अंतरराष्ट्रीय सीमा की सुरक्षा का हवाला देकर इस मांग को खारिज कर दिया गया था मरू प्रदेश दुनिया का नौवा गर्म स्थान है तेज धूल भरी आंधियां बंजर जमीन कटीली झाड़ियां के पदों से परिपूर्ण पानी की अनुपलब्धता पशुपालन पर आधारित रोजगार की कमी से  ग्रसित क्षेत्र है पूर्व सांसद स्वामी केशवानंद ने अपनी पुस्तक "मरुभूमि सेवा" में भी रेगिस्तान के संपूर्ण विकास के लिए मरू प्रदेश की मांग की थी स्वर्गीय गुमान सिंह लोधा 1998, महाराजगंज सिंह ने, बाड़मेर से अमृता जी ने ,लेखक दिलसुख राय चौधरी सीकर, पूर्व विदेश मंत्री जसवंत सिंह ने भी अलग-अलग समय पर राजस्थान में मरूप्रदेश की मांग उठाई है। यहां तक कि 3 नए राज्य निर्माण के समय तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई के सामने राजस्थान के वर्तमान मुख्यमंत्री भैरों सिंह शेखावत ने सन् 2000 से 2001 के बीच में पत्र लिखकर इस मांग को रखा था.

मरू प्रदेश भारत को विश्व शक्ति  बनने मुख्य आधार साबित हो सकता है.

*मरुप्रदेश बनने से आम आदमी की पहुंच सरकार-प्रशासन तक आसान हो सकती हैं। आज जैसलमेर से जयपुर की दुरी 675 किलोमीटर की हैं /12 घंटे का सफर किसी भी बुजुर्ग व्यक्ति की सोचने मात्र से  रूह काँप जाती हैं।
*सरकार और प्रशासन अपनी नीतिओ को दूरदराज के  गांव तक पहुव्हा सकता हैं। बेहतरीन तरीके से निगरानी रख सकता हैं।
*भ्रष्टाचार और माफिया गठजोड़ का खात्मा करना आसान हो जाता हैं
*सरकार,प्रशासन और जनता का प्रदेश में आवगमन कम होगा और  व्यय में कटौती संभव हो पायेगी ।जयपुर जैसे शहरों पर जनसख्या का दबाब घटेगा।
*  अधिकारी और सरकार के मंत्रीगण जनता से सीधा संपर्क बढ़ेगा तो संवाद सेतु बनेगा जिससे जनता से जुडी हुई समस्याओ का निराकरण समय पर तेजी होंगे।
* इस समय मरुप्रदेश में आय के लिए मिनरल्स ,उद्योग,पशुधन, खेती में नवाचार, सौर ऊर्जा का उत्पादन, बाड़मेर में पेट्रोलियम रिफाइनरी,जैसलमेर,जोधपुर,माउंट अबू,रणकपुर जैसे पर्यटक स्थानों , जोधपुर का हैंडिक्राफ्ट उद्योग, जैसलमेर और जालोर में चमड़ा उद्योग,नए मेडिकल कॉलेज,इंदिरा गाँधी नहर,मूंगफली,जीरा,इसबगोल,अनार ,सरसों जैसी फसलों का मुख्य केंद्र निश्चित मरुप्रदेश को नई  बुलंदियों पर ले जाने का मादा रकते हैं।
* मात्र पानी के प्रबंधन से ही मरुप्रदेश अकेला अन्न के भण्डार भरने में सक्षम हो सकता हैं। जो भारत की भुखमरी मिटाने के लिए सहायक हो सकता हैं।
*भारत में जंगल,समुद्र,पहाड़ बहुत जगह पर हैं लेकिन रेगिस्तान मात्र मरुप्रदेश में ही हैं जो की पर्यटकों के लिए समेशा से आकर्षण का केंद्र रहा हैं। विशवस्तरीय व्यवस्तओं का विस्तार करके इसे दुनिया में अलग पहचान दी जा सकती हैं।
*सीकर झुंझुनू की शिक्षा और भारतीय सेना में योगदान,चूरू स्पोर्ट्स का हब,गंगानगर,अनूपगढ़,हनुमागढ़ कृषि आधारित उद्योग,नागोरी में मार्बल जालोर में ग्रेनाइट,जालोर बाडमेंर में अनार ,जीरा,ईसबगोल का उत्पादन,दुग्ध उतपदं, भेड़ ,बकरी और ऊँट का पशुधन, बारमेर की हिरण ,बीकानेर का भुजया पापड़,बीकानेर और जोधपुर का रिच खाना माउंट की प्राकृतिक छटा,ये सब मरु प्रदेश को नई पहचान देने में सक्षम हैं।
     
  इन सभी मापदंडो को देकते हुए निश्चित केंद्र सरकार को राज्य का विभाजन करके विकास  के नए मापदंड निर्धारित करने चाहिए। और जनता को मरुप्रदेश बनाकर रेगिस्तान की जनता के साथ न्याय करना चाहिए।
 

मरुप्रदेश अब मांग नहीं हक़ हैं. 

बदलाव ही हैं आपके अस्तित्व का आधार

आपकी होशियारी रखी रह जाएगी यदि आपने नहीं किये बदलाव         इंसान सब कुछ भूल सकता हैं लेकिन यह तस्वीर में दिए हुए बदलाव को नहीं भूल सकते। जि...