Winter session in Indian Parliament
संसद का शीतकालीन सत्र शुरू होने से पहले सरकार सर्वदलीय बैठक का आज आयोजन किया जिसमे मोदी अपने मंत्रियो के साथ अपने विपक्ष के साथियो के साथ बैठ कर सत्र को शान्तिपूर्वक व सार्थक होने के लिये आपसी सहयोग करने के उद्देश्य से ये बैठक आयोजन किया जाता हैं ।।। आज गुजरात मे विधानसभा के चुनाव पूर्ण हुये अभी 24 घन्टे ही हुये हैं और जो एक दुसरे के परती शब्दो का चयन किये उस कडवाहट को भूल कर आगे बढ़ जाने का साहस क्या पक्ष व विपक्ष दोनो दिखा पायेंगे इसकी संभावना बहुत कम हैं ।।क्योंकि पिछले 8 साल से विपक्ष इस बात को कभी भी पचा नही पा रहे है की उनको जनता नकार रही है ।। उनको ये लोकतंत्र कन्ही ना कन्ही उनकी जागीर के तोर पे मान लिया हैं इसलिए चुनावो के बाद हर हारी हुई पार्टी कभी evm मशीन को कभी चुनाव आयोग को दोष देती हैं ये बात मानने को तैयार नही होती की जनता जनार्दन ने उनको नकारा हैं ।।। आज सर्वदलीय बैठक मे प्रधानमंत्रि की तीन अलग अलग फोटो सामने आई जिसमे वो कांग्रेस के अधय्क्ष खड़गे, अरविंद केजरीवाल व ममता बनर्जी से मुखातिब होते हुए दिख रहे हैं ।
इसमे मोदी के हावभाव बहुत कुछ बयाँ कर रहे हैं । जँहा केजरीवाल मोदी के सामने हाथ जोड़ कर बहुत अधिक सादगीपूर्ण व्यवहार का परिचय दे रहे हैं वंही पे कांग्रेस के अध्यक्ष मलिकाअर्जुन खड़के ऐसे दिख रहे जैसे वो मोदी की बात सुन कर हथपर्ष्थ रह गये हैं । और ममता दीदी के सामने मोदी का चेहरा कुछ आक्रमक दिखाई दे रहा है ।। निश्चित ये सत्र आने वाले लोकसभा के चुनाओं के हिसाब से सरकार के लिये महत्वपूर्ण होंगे वंही पे कांग्रेस को अपनी खिसकती हुई जमिन को बचाने के लिये नये गेम प्लान के साथ उतरना होगा अन्यथा तीसरा मोर्चा उसको लगातर विपक्ष की भुमिका से अलग थलक करने मे कोई कसर नही छोड़ेग इसलिए सरकार की बजाय विपक्ष के लिये अधिक भविष्य की चिंताओ को ध्यान रखते हुये एक सकारत्मक विपक्ष का रोल अदा करना होगा जिसमे जनता जनार्दन को विपक्ष का रोल देश हित मे दिखाई दे।।
इस बैठक में सदन का कार्य सुचारू रूप से सुनिश्चित करने, सत्र के दौरान विधायी कार्यों सहित इससे जुड़े महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा हो सकती है. संसद का शीतकालीन सत्र 7 दिसंबर से शुरू हो रहा है. यह 29 दिसंबर तक चलेगा. सूत्रों के अनुसार, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला मंगलवार को कार्य मंत्रणा समिति की बैठक करेंगे.
इस बार उन्होंने पारंपरिक तौर पर सत्र से पहले आयोजित किये जाने वाले सर्वदलीय बैठक के स्थान पर कार्य मंत्रणा समिति की बैठक बुलाने का निर्णय किया है. पिछले सप्ताह सरकार ने शीतकालीन सत्र के दौरान पेश किये जाने वाले 16 विधेयकों की सूची जारी की थी.
इस बैठक में कुल 27 दलों ने हिस्सा लिया. इस मौके पर विपक्ष ने सरकार से मांग की है कि आर्थिक मंदी, बेरोजगारी और कृषि संकट के मुद्दों पर चर्चा होनी चाहिए. कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने सरकार पर झूठे आश्वासन देने का आरोप भी लगाया.